तहसीलदार ने सरकारी जमीन पर बने भवन को जमींदोज किया तो वहीं अतिक्रमण की कार्रवाई के डर से किसान ने की कीटनाशक पीने की कोशिश
भूपेंद्र बरमण्डलिया@मेघनगर
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा एन्टी माफिया मिशन अतिक्रमण मुहीम के दौरान झाबुआ जिले के ग्राम रसोड़ी में सरकारी जमीन पर बने भवन को गिराए जाने के बाद हंगामा हो गया। अतिक्रमण कार्रवाई से बचने के लिए रतन पिता माल सिंह रावत उम्र 55 वर्ष निवासी रसोड़ी ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या का प्रयास, किया गया। मौके पर,आत्महत्या का प्रयास करने वाले किसान को मेघनगर तहसीलदार राजेश सोरते में पुलिस बल की मदद से अपने ही वाहन में बैठाकर मानवता का परिचय दिया व मेघनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया।किसान की हालत स्थिर, बीते सप्ताह से जिले भर में शुरू हुई मुहिम के बाद पहली बार सामने आया तरह का मामला। वही इलाज के दौरान डॉ ने बताया कि जिस कीटनाशक को पीने का प्रयास किया जा रहा था उसका ढक्कन सील पैक है एवं कई बार मरीज आपसी विवाद या झूमा जट्ट की में बेहोश होकर गिर जाता है।
यह बोले पीड़ित
कार्रवाई से पीड़ित रतन का कहना है कि मैं पहले कई वर्षों से इस जमीन पर काबिज हूं एवं राजस्व विभाग का भू हटा समय-समय पर भर रहा था लेकिन मेरा पट्टा निकल जाने की वजह से मैंने उस पर पक्का मकान बना लिया।-रतन रावत किसान
अतिक्रमण के दौरान किसान ने कीटनाशक पीने का प्रयास किया।लेकिन वो सफल नही हो पाया। जिसके बाद मेघनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मेडिकल ऑफिसर डॉ सेलक्सी वर्मा ने कहा कि मरीज का हमने पूरा चेकअप किया लेकिन मरीज के चेकअप से कीटनाशक पीने के लक्षण नही दिखाई दे रहे है। कई बार झुमा झट्टकी की वजह से भी व्यक्ति बेहोश होकर गिर जाता है।
जब पूरे मामले को लेकर हमने मेघनगर तहसीलदार राजेश सोरते से बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने दूरभाष पर चर्चा के दौरान बताएं कि सरकारी जमीन पर रतनलाल ने अतिक्रमण कर रखा था जिसको अतिक्रमण मुहिम के दौरान गिराया गया जिस से बचने के लिए किसान में आनन-फानन में कीटनाशक पीने का नाटक किया उस दौरान हमें लगा कि उसने कीटनाशक किया है जिसको मैं अपनी स्वयं की गाड़ी में लेकर मेघनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आया हूं क्योंकि किसी की जिंदगी बहुत महत्वपूर्ण है कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी।- तहसीलदार राजेश सोरते