कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने जानी हकीकत : मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में प्रदूषण फैलाने वाले कारखानों को बंद करवाएगी प्रदेश सरकार

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भूपेंद्र बरमंडलिया, मेघनगर

पिछले कई वर्षो से मेघनगर ही नहीं आसपास का ग्रामीण क्षेत्र भी मेघनगर के औद्योगिक कल कारखानों से निकला हुआ जल एवं वायु प्रदूषण का दंश झेल रहा है। यहां पर भूमिगत जल की बात करे तो 25 से 30 किमी के समस्त जल प्रदाय संसाधन इस औद्योगिक प्रदूषित से कारखानों से निकले अपशिष्ट पदार्थ की चपेट में आ चुका है। मेघनगर विकासखंड का भू-जल पीने योग्य तो क्या खेती करने योग्य तक नही बचा है। पिछले 5 वर्षो में नगर विकास समिति, नगर बचाव समिति एंव नगर के समाजसेवी युवा साथियों ने कांग्रेस के केंद्रीय मंत्रीयों के साथ मिलकर कई बड़े आंदोलन कर चुके है लेकिन समस्या जस की तस है। पिछले 15 वर्षो तक रही भाजपा सरकार ने प्रदूषण नियंत्रयण बोर्ड के साथ मिलकर ट्रिटमेंट प्लांट लाने की बात कही थी किंतु यह सब कागजों खानापूर्ति तक ही सिमट कर रह गया।अब मेघनगर एंव आसपास की ग्रामीण जनता वक्त है बदलाव के साथ कांग्रेस सरकार की और आशाभरी नजरों से देख रही है कि यह प्रदूषित कल कारखानें कब बंद होंगे। जिसको लेकर झाबुआ जिला कांग्रेस का प्रतिनिध मंडल सोमवार को मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र के कार्यालय पर एक्शन मोड पर दिखा।

विधायक वीरिंसह भूरिया की पहल पर एसडीण्एम ने की थी शेल केम फार्मा को सील
कुछ दिनों पहले नवनगत एसडीएम प्रीति संघवी झाबुआ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी दल बल के साथ मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में चल रहे प्रदूषित कल कारखानों कानूनी नकेल कसने हेतू कई केमिकल प्लांटों को छापामार कारवाही करते हुए सील किया गया।

एकेवीएन में नही थे मौजूद कोई भी अधिकारीगण- दूरभाष पर चर्चा करने पर अधिकारी सिंह ने झाड़ा पल्ला
सोमवार को मेघनगर में चल रहे प्रदूषित कल कारखानों को बंद करवाने हेतु कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल जब औद्योगिक कार्यालय पर पहुचे तो कार्यालय में कोई भी अधिकारी उपस्थित नही था, जिस पर कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल एंव युथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव मनीष बघेल ने औद्योगिक अधिकारी सिंह से दूरभाष पर बातचीत की तो सिंह द्वारा प्रदूषण फैला रहे कल कारखानों के विषय में मेरे अधिकार क्षेत्र में कोई भी कार्यवाही ना करने की बात कही गई। बघेल ने जब कहा की आपको चेतावनी दी जा रही है कि आप ऐसे प्रदूषण फेला रहे कल कारखानों के धन्ना सेठो से सांठ-गांठ करना छोड़ दे नही तो इसके नतीजे गलत होंगे। बद्येल एंव प्रतिनिधयों ने यदि प्रदूषित फैक्ट्रियां मनमाने ढग़ से चलती रही तो भूख हड़ताल एंव बड़ा आंदोलन करने की बात कही गई। उक्त मुददें को लेकर कांग्रेसियों द्वारा मेघनगर के स्थाई निवासियों को रोजगार मुहिया न कराकर अन्य राज्यों से मजदूरो को बुला कर कंपनी व कारखानों मे लगा लिया जाता है जिससे स्थानीय मजदूर लगातार पलायान करने के लिए मजबूर हो रहे है। उक्त विरोध हेतु कांग्रेस कि नेत्री ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष सायदा भाबर, मेघनगर नगर परिषद उपाध्यक्ष पति मेहबूब सुलेमान, रोशन बारिया, अरुण ओहरी, शाहरुख खान, दिलीप देवाणा, संगीता कटारा, अफसाना, पप्पु मुणीया, सोहेल शैरानी एंव कई ग्रामीण कांग्रेसी कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।
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