संयम को अंगीकार करने के लिए त्याग जरूरी : महासती

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झाबुआ लाइव के लिए खवासा से अर्पित चोपड़ा की रिपोर्ट-
आचार्य भगवंत पूज्य गुरुदेव उमेशमुनिजी अणु के शिष्य बुद्ध पुत्र पूज्य प्रवर्तक जनेंद्रमुनिजी, पूज्य वर्धमान मुनिजी अणुवत्स, संयत मुनिजी, महासती पुण्यशिलाजी, महासती दिव्यशिलाजी, महासती प्रियशिलाजी मसा के दीक्षा दिवस पर महासती निखिलशिला मसा के सान्निध्य में गुणानुवाद सभा का आयोजन किया गया। गुणानुवाद सभा को संबोधित करते हुए महासती पूज्या निखिलशिला मसा ने कहा कि संयम को अंगीकार करने के लिए त्याग करना जरुरी है। बिना त्याग किए संयम अंगीकार नहीं किया जा सकता है। मोह-माया, धन-संपत्ति आदि सांसारिक चीजों और प्रवृत्तियों को मुश्किल से छोड़ा जा सकता है किन्तु इन चीजों को छोड़कर ही हम अपने आपको सही मायनों में बदल सकते हैं। कुसूम वागरेचा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सभा में बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे। संचालन सुधीर चोपड़ा ने किया।