श्री कल्लाजी धाम निवास पर तीन दिवसीय तुलसी विवाह कार्यक्रम विधि-विधान से हुआ

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अशोक बालसोरा, झाबुआ

शहर के रतनपुरा ग्रीन गोल्ड काॅलोनी में स्थित श्री कल्लाजी निवास पर तीन दिवसीय तुलसी विवाह समारोह का आयोजन पूरे उत्साह और उल्लास के साथ तथा विधि-विधानपूर्वक संपन्न हुआ। जिसमंे मंडप सज्जा से लेकर बारात और कन्यादान तथा विदाई तक की भी सारी रस्मे सा-आनंद संपन्न हुई। पूरा आयोजन श्री कल्लाजी धाम के गादिपति कुंवर संतोषसिंह गेहलोत के सानिध्य में संपन्न हुआ।

कल्लाजी धाम परिवार से प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त तीन दिवसीय तुलसी विवाह समारोह का शहर में प्रथम बार ऐसा आयोजन हु,। जिसमें जिस तरह भारतीय एवं सनातन संस्कृति में हम अपने बेटे-बेटियों की सारी विवाह के रस्मे पूरे विधि-विधान और उत्साह के साथ संपन्न करवाते है, उसी तरह कल्लाजी धाम परिवार ने माता तुलसीजी और भगवान विष्णुजी की विवाह की सारी रस्मे विधि-विधान और सा-आनंद, हर्षोल्लासपूर्वक संपन्न करवााई। जिसमें ना केवल झाबुआ जिले से अपितु बाहर से भी कल्लाजी भक्तों ने शामिल होकर लाभ लिया। विवाह की पत्रिकाएं भी प्रकाषित करवाई गई, जो भक्तों में घर-घर जाकर बंटवाई गई। सभी को तीन दिवसीय विवाह समारोह में आने का भावभरा आमंत्रण दिया गया।

गणेषजी की स्थापना एवं महिला संगीत हुआ

तीन दिनों में रतनपुरा स्थित श्री कल्लाजी निवास पर प्रथम दिन 2 नंवबर, बुधवार शाम 4 बजे से श्री गणेषजी की स्थापना संपन्न हुई। मंडप सजाया गया। टेंट लगाया गया। पूरे निवास पर सुंदर विद्युत एवं आकर्षक सज्जा की गई। कल्लाजी मंदिर में भगवान विष्णुजी एवं माता तुलसीजी को विधि-विधानपूर्वक विराजमान किया गया। बाद विवाह की सभी रस्मे आरंभ हुई। 3 नवंबर, गुरूवार सुबह 9 बजे से माताजी पूजन, 11 बजे से नवचंडी यज्ञ एवं मंडप सज्जा बाद रात्रि 9 बजे से महिला संगीत का क्रम चला। जिसमें बड़ी संख्या में सकल हिन्दू समाज की मातृ शक्तियों ने शामिल होकर रात्रि में समधुर गायन एवं भजन-किर्तन किया। मुख्य कार्यक्रम में 4 नवंबर, शुक्रवार दोपहर 11.30 बजे से यज्ञ की पूर्णाहूति पर आरती की गई।

बाहर से पधारे गादिपतियों का किया गया भावभरा सम्मान

दोपहर में समारोह का आयोजन हुआ। जिसमें कल्लाजी धाम झाबुआ के गादिपति कुंवर संतोषसिंह गेहलोत की उपस्थिति में अखिल भारतीय स्तर से बाहर से पधारे कल्लाजी संप्रदाय से जुड़े गादपतियों एवं विषिष्ट आमंत्रित अतिथियांें का पुष्पमाला एवं शाल-श्रीफल से गरिमामय तथा भावभरा अभिनंदन किया गया। इस दौरान मुख्य रूप से से राजपूत समाज झाबुआ के साथ श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना और कल्लाजी धाम से जुड़े समस्त भक्तों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रहीं। संध्याकाल गोधुली बेला में विवाह की सारी रस्मे पूर्ण हुई। इसी बीच लाभार्थी श्री गजानंद पुरोहित एवं पं. मोहित पुरोहित के सौजन्य से श्री कल्लाजी मंदिर से शहर में बैंड-बाजों और ढोल-ताषों के साथ उत्साहपूर्वक बारात निकाली गई, जो शहर के विभिन्न मार्गों से रतनपुरा कल्लाजी निवास पहुंचने पर यहां विभिन्न रस्में और कार्यक्रम संपन्न होने के बाद अंत में कन्यादान और विदाई की रस्मे भी पूर्ण हुई और सभी के लिए भंडारा (प्रसादी) का आयोजन रखा गया। तीन दिवसीय आयोजन को सफल बनाने हेतु श्री कल्लाजी धाम परिवार की ओर से सभी भक्तजनांे का आभार माना गया।

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