विश्व भर में शुरू हुई मां मरियम की भक्ति, मां मरियम के जन्मोत्सव पर्व के नौवेना प्रारंभ

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झाबुआ। मरियम भक्तों ने कंधों पर माता मरियम की पालकी उठाकर और उनके आगे महिलाओं के द्वारा भक्तिमय नृत्य के साथ महागिरजाघर में किया प्रवेष। इसी के साथ हुआ मां मरियम की भक्ति का नौ दिवसीय प्रार्थनाओं का दौर। महागिरजा घर में प्रवेष के साथ शुरू की गई नौवेना प्रार्थना तत्पष्चात पवित्र मिस्सा बलिदान प्रारंभ हुआ। 

येसु की माता मरियम का जन्मोत्सव पर्व 8 सितम्बर को मनाया जाता है, इस जन्मोत्सव पर्व की आध्यात्मिक तैयारियां 9 दिन पूर्व शुरू होती है। प्रत्येक वर्ष 30 अगस्त से माता मरियम का नौवेना प्रारंभ होता है। नौवेना का अर्थ है नौ दिवसीय प्रार्थनाएं। लोग अपने घरों में पारिवारिक रूप से एवं गिरजा घरों में सामुहिक रूप से एक साथ माता मरियम की विषेष भक्ति करतें है। 

विषेष प्रार्थनाओं में विष्व शांति के लिए प्रार्थना की गई और उन लोगों के लिए विषेष प्रार्थना की गई जो लोगों में नफरत की भावना फैलातें है और उन लोगों के लिए समाज को बांटने का कार्य करते है। ईष्वर से कामना की गई के लोग अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए समाज में अषांति न फैलाएं। उन लोगों के लिए विषेष प्रार्थना की गई जो भाईचारे को बढातें है और शांति सदभाव को बनाएं रखने के लिए समाज में अपनी भूमिका बनाएं रखते है।

पवित्र मिस्सा बलिदान के मुख्य याजक फादर प्रताप बारिया रहे जिन्होने अपने उपदेष में लोगों को मां मरियम के सेवाभावी जीवन के बारें में अवगत करवाया और लोगों को माता मरियम के जीवन से प्रेरणा लेने की सीख दी। माता मरियम ने येसु के जन्म के पूर्व से ही लोगों की सेवा में अपने जीवन को समर्पित किया था और फिर येसु के साथ निरंतर लोगों की सेवा करती रही। हम भी सेवा भाव एवं लोगों के प्रति निरंतर प्रेम प्रदर्षित होना है। 

नौवेना के प्रथम दिन का संचालन महागिरजा घर की महिला संगठन द्वारा किया गया। पवित्र मिस्सा बलिदान में फादर प्रताप बारिया के साथ फादर राॅकी शाह, फादर विरेन्द्र भूरिया, फादर रोहित मचार और फादर लुकस डामोर आदि उपस्थित थे। नौवेना प्रारंभ होते ही समाजजनों में मां मरियम के जन्मोत्सव को लेकर काफी उत्साह का माहौल है। इन नौ दिनों में भक्ति मय माहौल बढता ही रहेगा।

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