जिला इकाई की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाओं ने अपनी समस्याओं को लेकर सौंपा ज्ञापन

May

अशोक बलसोरा, झाबुआ
मप्र आंगनवाड़ी कार्यकर्ता जिला इकाई झाबुआ-अलीराजपुर संघ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से संबोधित एक ज्ञापन  sdm मालवी को सौंपा। जिसमें जिसमें कहा गया कि देश में कार्यरत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व साहयिकाएं हैं जो शासकीय कर्मचारियों की तरह विभाग द्वारा दिए गए सभी कार्यों को लगन एवं निष्ठापूर्वक पूरी कर रही है, परंतु जहां सरकारे महिलाओं के उत्थान व उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक से बढ़कर एक योजनाएं लागू कर रही है। वहीं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बहनों को इन सारी बुनियादी सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है, जिससे उनके बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो चुका है। जमीनी स्तर पर जीवन से जुड़ी हुई अति महत्वपूर्ण योजनाओं को साकार करने के बावजूद भी आज समस्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को अल्प मानदेय पर करना पड़ रहा है।

यह रखी मांगे-
आंगनवाड़ी में काम करने वाली सभी बहनों को नियमित करते हुए शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाकर उन्हें शासकीय कर्मचारियों की भांति सुविधाएं दी जाए।


आंगनवाड़ी कर्मियों को भी माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए गए फैसले के समान काम-समान वेतन या भारत सरकार द्वारा पारित भारत के नए वेतन कोर्ट के मुताबिक आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को न्यूनतम मानदेय 18 हजार, साहयिकाओं को 9 हजार रुपए दिए जाए।
3 आंगनवाड़ी कर्मियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत पीएफ, पेंशन ग्रेच्यूटी और चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करवाई जाए।
4. आंगनवाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाओं का उम्र बंधन हटाते हुए 10 वर्ष की सेवा पूर्ण करने पर वरीयताक्रम के आधार पर उनको पदोन्नति दी जाए।
5. जिन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को काम करते हुए दस साल से अधिक हो चुके हैं उनके उन्नयन हेतु उनको वरिष्ठ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, वरिष्ठ साहयिका नाम दिया जाए।