राजेश बैरागी@भगौर
बहुत सालो बाद भगोर में पहली बार यह मौका आया जब भोंगर्या मेले में पहले दिन उत्साह दिखा। तेजाजी चौराहे पर दिन के आगमन से ही बाहर से आये दुकानदारों ने अपनी दुकानें जमा ली थी और पंचायत द्वारा एक निश्चित सीमा रेखा तय कर अंडर लाइन डाली गई। उसी पर दुकान संचालित हो रही थी।
मेले में ज्यादातर कुल्फी और ठंडे की दुकानें लगी, वहीं महिलाओं के सौंदर्य प्रसाधनों, शीतल पेय, गोदना गोदने वाले, बच्चों के खिलौने, प्लास्टिक के बर्तन बेचने वालों , सब्जी भाजी की दुकानों की भी भरमार रही। मेले में 5 झूले और 3 से 4 चकरियां लगी। जिस पर पूरे दिन झूल कर ग्रामीणों ने आनंद उठाया। भगोर मेले में हर वर्ष की अपेक्षा इस बार लोगो की भीड़ कम नजर आयी इसकी मुख्य वजह मेले का प्रथम दिन और लोगो के खेतों में गेहूं की कटाई में व्यस्त रहना रही।
