भोंगर्या मेले में रही ग्रामीणों की भीड़

May

राजेश बैरागी@भगौर

बहुत सालो बाद भगोर में पहली बार यह मौका आया जब भोंगर्या मेले में पहले दिन उत्साह दिखा। तेजाजी चौराहे पर दिन के आगमन से ही बाहर से आये दुकानदारों ने अपनी दुकानें जमा ली थी और  पंचायत द्वारा एक निश्चित सीमा रेखा तय कर अंडर लाइन डाली गई। उसी पर दुकान संचालित हो रही थी।

मेले में ज्यादातर कुल्फी और ठंडे की दुकानें लगी, वहीं महिलाओं के सौंदर्य प्रसाधनों, शीतल पेय, गोदना गोदने वाले, बच्चों के खिलौने, प्लास्टिक के बर्तन बेचने वालों , सब्जी भाजी की दुकानों की भी भरमार रही। मेले में 5 झूले और 3 से 4  चकरियां लगी। जिस पर पूरे दिन झूल कर ग्रामीणों  ने आनंद उठाया। भगोर मेले में हर वर्ष की अपेक्षा इस बार लोगो की भीड़ कम नजर आयी इसकी मुख्य वजह मेले का प्रथम दिन और लोगो के खेतों में गेहूं की कटाई में व्यस्त रहना रही।

एक जैसी दुकानो की अधिकता की वजह से बाहर से आये दुकानदार  को ज्यादा खरीदी का लाभ नही मिल पाया। ग्राम पंचायत द्वारा बैठने हेतु टेंट की व्यवस्था और पीने के पानी के लिए ग्राम में 4 जगह पेयजल टेंकर की व्यवस्था की गई थी। इस बार बाहर से कोई पार्टी के नेता अपने समर्थकों के साथ नहीं नजर आए और ना ही किसी ग्राम के लोगों ने शाम 4 बजे तक ढोल मांदल  की थाप पर अपनी गैर  निकाली। कल्याणपुरा थाने की ओर से पुलिस प्रशासन और ग्राम कोटवार आदि दिन भर मुस्तेद रहे। कोई भी अप्रिय घटना नही घटी।