पेटलावद में 28 किलिंग; आक्रोशित ग्रीन पेटलावद संस्था पहुंची पुलिस थाने, जानिए पूरा मामला…

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सलमान शैख़@ पेटलावद
पेटलावद में 28 किलिंग हुई है। जी हाँ, बीती रात भी गत 12 सितंबर पेटलावद ब्लास्ट की चौथी बरसी पर 78 दिवंगतो की याद में ग्रीन पेटलावद संस्था के सहयोग से नगरवासियो और पीड़ित परिवार के सदस्यों ने उत्कृष्ट विद्यालय के खेल मैदान पर लगाए गए 28 और रायपुरिया मार्ग पर 50 पौधो को लगाया था, लेकिन खेल मैदान पर लगे वह 28 पौधों को कुछ लोगो ने उखाड़ फेंके। इसमें सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि जिसने भी यह कृत्य किया है उसने केवल पीपल के वृक्षो को टारगेट किया है, जो कि हिंदू संस्कृति में पूजनीय वृक्ष है।

पूरे नगर में इस घटना को लेकर आक्रोश है। सभी प्राचार्य के खिलाफ लामबंद हो रहे है और कल एसडीएम कार्यालय पहुंचकर इस मामले में ज्ञापन देंगे।
स्कूल परिसर में बाक़ी पौधों को नुकसान नही-
सबसे बड़ी बात यह है कि स्कूल परिसर में स्कूल स्टाफ द्वारा लगाए गए पौधे सुरक्षित है, लेकिन इन 28 पौधों को उखाड़ दिया है। और तो और जो ट्रीगार्ड इन 28 पौधों में लगे थे उन्हें सामने स्थित पौधों में लगा दिए गए और बचे ट्रीगार्ड स्कूल की बाउंड्री के अंदर रख दिये गए। जिससे यह साबित होता है कि पौधों को अगर कोई असामाजिक तत्व उखाड़ते तो स्कूल स्टाफ द्वारा लगाए पौधे भी उखाड़े जाते, लेकिन उन्हें कोई नुकसान नही पहुंचाया गया।
ऐसी ओछी हरकत बर्दाश्त नही की जाएगी-
अब यह हरकत किसने की, इस बारे में जानने के लिए ग्रीन पेटलावद लगी हुई है। संस्था के सदस्य आज शाम पुलिस थाने पहुंचे और प्राचार्य पीटर रेबेलो के खिलाफ आवेदन दिया। सदस्यो का कहना है कि यह कोई पहला मामला नही है। इससे पहले भी दो से तीन बार कुछ स्थानो पर ऐसी ही हरकत पौधो के दुश्मन कर चुके है। हम पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़ लगाने का संदेश दे रहे है और लोगो को जागरूक कर रहे है। वहींं कुछ लोग ऐसे भी है जो अपनी रंजिश इन पौधो पर निकाल रहे है। जबकि जीवनदायी पौधो को खत्म कर वह अपने ही पैरो पर कुल्हाड़ी मार रहे है। ऐसी हरकत बर्दाश्त नही की जाएगी। जिसने भी इन पौधो को नुकसान पहुंचाया है, उसे छोड़ा नही जाएगा।
हिंदू धर्म में पूजयनीय है पीपल-
बता दे कि हिंंदू धर्म में पीपल के पेड़ का पूजन करने का एक विशेष महत्व माना जाता है। प्राचीन ग्रंथो एवं शास्त्रो में पीपल के पेड़ को पूजनीय और लाभकारी बताया गया है। पीपल के पेड़ में ब्रह्म देव, तने में भगवान विष्णु और शाखाओ में भगवान शिव का वास माना जाता है। अब बड़ा सवाल यह है कि क्या..? खेल मैदान में लगे इन पौधो को किसी समाज विरोधी ने उखाड़े है। अगर ऐसा है तो यह कृत्य बहुत ही अमानवीय कृत्य है। उन 28 दिवंगतों के परिजनों और मित्रो की भावना भी आहत हुई है। इन समाज विरोधियो के खिलाफ प्रशासन को सख्त कार्रवाई करना चाहिए। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी हुई है।

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