धर्मरक्षकों ने रानी दुर्गावती-पुंजिया भील की जन्म जयंती पर किया रक्तदान, दी समाजजनों को सीख

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झाबुआ लाइव डेस्क
धर्म रक्षक द्वारा रानी दुर्गावती वा पूंजिया भील की जन्म जयंती के उपलक्ष्य में रोटला में बैठक रखी। बैठक में महान क्रांतिकारी की जीवनी के बारे में प्रकाश डाला तथा उनके मर्ग पर जनजाति समाज चले की बात कहीं। वहीं समाज के उत्थान, शिक्षा तथा सशक्त बनाने चर्चा की गई। वहीं धर्मरक्षक के संयोजक वालसिंह मसानिया द्वारा कहा कि जयस के गलत बहकावे में न आये और हमारे पूर्वज सनातन धर्म को मानते आये और वही मानना है। इसे ईसाई और वाम पंथी की साजिश करार दिया। वहीं सनातन हिन्दू धर्म को तोडऩे की साजिश करार दिया। तो रतनसिंह डावर ने महारानी दुर्गावती ओर पूंजिया भील की जीवनी विस्तारपूर्वक बताई। छितुसिंह भूरिया ने बताया कि हमारी जनजाति महान जाती है जब जब धर्म, हो या देश के लिए जरूरत पड़ी भील जाति के क्रन्तिकारी भी आगे आए जिनमेें पूंजिया भील, रानी दुर्गावती, टंट्या मामा आदि हमारे सामने उदाहरण है।

कार्यक्रम में आभार कुंवरसिंह भूरिया रामा ने माना। इसके पश्चात जिला चिकित्सालय में धर्म रक्षक की पूरी टीम गई और महान क्रांतिकारी की जयंती के पावन पर्व पर रक्तदान का आयोजन रखा जिसमे 15 कार्यकर्ता ने भाग लिया। आयोजन के संयोजक दीवान डामोर, राजेश डावर ने बताया हमारा जनजाति समाज जब जब जरूरत होती तब तब तयार रहता है, ओर यह भी कहा कि हमारा पूरा जनजाति समाज ने कभी डरना तो सीख ही नहीं है। उसमे रक्तदान करने वाले कार्यकर्ता विजेन्द्र सिंह बघेल, चेतन देवड़ा, सुनील बारिया, राकेश सिंगाड, अमरसिंह कटारा, वीरेन्द्रसिंह चौहान, सुमेर कनेश, आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।