डोल ग्यारस पर निकला ऐतिहासिक चल समारोह

May

दिनेश वर्मा, झाबुआ

जिले के ऐतिहासिक ग्राम भगोर के पौराणिक राममन्दिर में गुरुवार को डोल ग्यारस पर्व धूमधाम से मनाया गया।इस पर्व में निकाले गए चल समारोह में आस्था और श्रद्धा का जनसैलाब उमड़ा।जिससे भक्तों की भीड़ से भगोर ग्राम में जगह की कमी पड़ गई।कार्यक्रम में गुजरात से आये प्रख्यात लोक गायक कलाकार विक्रम चौहान,गायिका विरल तिलगर ने भजनों ओर गीतों से शमा बांध दिया।दोपहर 1 बजे भगवान श्री कृष्ण और गणपति बप्पा की मंगला आरती कर कृष्ना जी को डोल में ओर बप्पा को बग्घी में बिठाया गया।इस दौरान फूलो के हर्ष फायर किए गए।बप्पा की 10 फिट की सुंदर मूर्ति ओर कृष्ण जी का आकर्षक श्रंगार सभी का मन मोह रहा था।
इस ऐतिहासिक आयोजन में लगभग 11 बजे से ही लोगों का हुजूम उमड़ने लगा था।अपना सातवाँ चलसमारोह मना रहे एकदन्ता ग्रुप ने इस बार गुजरात के प्रशिद्ध लोक गायक कलाकार विक्रम चौहान, विरल तिलगर,आलोट की भगोरिया नृत्य टीम,अहमदाबाद से कार्टून ,डोरोमोंन,मिनी माउस,भीम ओर,रम्भापुर की आकर्षक घोडाबग्घी, मेघनगर से फायर शॉट करने वालो को आमंत्रित किया था।श्री राम मंदिर से परम्परागत तरीके का डोल जिससे भगवान कृष्ण का “आल्की के पालकी,जय कन्हैया लाल की” ओर “गणपति बप्पा मोरिया”की गूंज ओर ढोल ढमाके से समारोह प्रारम्भ हुआ।इस दौरान विक्रम चौहान ने “ए झमरु”ओर “लवर की टेंशन माँ में में तो लाल बियर पिदु छे”जैसे गीतों से जनसमूह को खूब नचाया।ओर विक्रम चौहान ने लोगो के मध्य खूब ठुमके लगाए और ग्राम के युवा युवतियों को नचाया।विरल ने भी “चार चार बंगड़ी वाली गाड़ी लाईदू”गीतों से सबको झुमा दिया।डोरीमोन ,भीम बच्चोके आकर्षण का केन्द्र रहे।वही आलोट के नृत्य दल की युवा टीम ने भी जमकर जलवा बिखेरा।आज पूरा भगोर भगवा रंग में रँगा था।हर घर पर भगवा रंग के झंडे ओर एकदन्ता ग्रुप की भगवा ड्रेस सबका मन मोह रही थी।इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के गवाह 5 हजार से भी ज्यादा लोग बने। इस आयोजन में भाजपा जिलाध्यक्ष मनोहर सेठिया, मण्डल महामंत्री प्रवीण सुराना, जिला जनपद सदस्य मैगजी आमलियार,ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष प्रकाश राठौर,राणापुर से गोविन्द अजनार,वरिष्ठ पत्रकार धीरज बुंदेला,ग्राम सरपंच कश्मीर भाबोर ने भी शिरकत की।
शाम 6 बजे ग्राम की नेगडि नदी में बप्पा की भव्य आरती कर विसर्जन किया गया।
इस ऐतिहासिक आयोजन में एकदन्ता ग्रुप के राहुल भानपुरिया,कुंतल पांचाल, विपिन पांचाल,अखलेश बसेर,राजेश वैरागी,प्रवीण पांचाल,अलकेश नायक, भूपेश बैरागी,दिलीप पांचाल,विदित बसेर,पवन पांचाल,सेम बसेर,यशवंत डोडियार,राकेश डोडियार,जयदीप पांचाल, पुनीत बैरागी,ईश्वर दास वैरागी,विष्णुदास वैरागी,वत्सल पंचाल,पारस मोठ्या, दशरथ ,नीलेश बैरागी,आदि का सराहनीय सहयोग रहा।