जनजाति विकास मंच ने भगवान बिरसा मुंंडा के जीवन पर डाला प्रकाश दी परंपराओं को सहेजने की नसीहत

May

झाबुआ लाइव डेस्क
जनजाति विकास मंच द्वारा आगामी जनजाति गौरव दिवस के उपलक्ष्य में स्थानीय वनवासी कल्याण आश्रम पर प्रेसवार्ता आयोजित की गई जिसमें भगवान बिरसा मुण्डा जन्मदिवस को पूरे देश में जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा, जो संपूर्ण जनजाति समाज अपनी बातों को उचित जगह पर रखकर समाज कल्याण की बात करने के लिए इसकी जरूरत महसूस की ताकि हमारी जनजाति परम्पराओं, संस्कृति, रीति-रिवाज, आस्था, मान्यताओं अपने महापुरुषों व संवैधानिक प्रावधानों की बात पर उसका क्रियान्वयन, समीक्षा एवं वर्तमान स्थिति सुधार जैसी बातों को करने के लएि उचित मंच या दिवस की आवश्यकता महसूस की जाने लगी। पूरे देश में या विश्व संगठनों ने भी आज तक हमारे समाज को कोई दिवस नहीं दिया जिसे हम हमारे गौरवशाली इतिहास के उत्सव के रूप में मना सके। इसलिए जब देश के विभिन्न जनजातीय क्रांतिकारों, समाज सुधारकों, संतों का समाज एवं देश हित में नेतृत्वकर्ता, समाज सुधारक, संत व क्रांतिकारी के रूप में अपना जीवन समाज एवं देश के लिए बलिदान किया। पूरे देश में भगवान बिरसा मुंडा जयंती को जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा यह संपूर्ण जनजाति समाज के साथ-साथ सर्वहारा वर्ग के लिए गौरव का विषय है। जिन्होंने भारत माता की रक्षा अपनी संस्कृति के बचाव के साथ देश के लएि मर मिटना सिखाया और खासकर आज जिस सीएनटी एक्ट के तहत हम हमारी जमीनों को सुरक्षित रख पाए हैं। यह भी उन्हें की देन है कि जनजातीय जमीनें गैर जनजातीय व्यक्ति नहीं खरीद सकता। भगवान बिरसा मुंडा की अल्पायु 25 वर्ष का जीवन देश में एक नई क्रांति लेकर आया था और हमें आज जनजाति अस्मिता, अस्तित्व संरक्षण के लिए सदैव प्रेरित करता है। पूर्व में जनजातीय विकास मंच द्वारा माननीय राष्ट्रपति एवं माननीय राज्यपाल को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को ज्ञापन देकर मांग की गई थी जिसका परिणाम आज हमें हाल ही में मुख्यमंत्री जी के ट्विटर पर घोषणा की कि भगवान बिरसा मुंडा जयंती को जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा, हम सभी जनजाति विकास मंच की ओर से हृदय से स्वागत करते हैं।