कृषि विज्ञान केंद्र झाबुआ के वैज्ञानिकों को मिला कृषि का राष्ट्रीय पुरस्कार

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झाबुआ लाइव के लिए अशोक बलसोरा की रिपोर्ट-
कृषि विज्ञान केंद्र झाबुआ के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. आईएस तोमर एवं उनकी टीम टीम के सदस्य व वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र डॉ. आरके यादव, प्रो. अनिल कुमार सिंह को कुलपति रा.वि.सि.कृ.विवि. ग्वालियर को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) नई दिल्ली के स्थापना दिवस 16 जुलाई को केंद्रीय कृषि मंत्री भारत सरकार द्वारा आरसीएआर का आदिवासी खेल पद्धति में किए गए उल्लेखनीय अनुसंधान के लिए वर्ष 2016 का फखरुद्दीन अली अहमद पुरस्कार दिया गया। इस अवसर पर केंद्रीय राज्यमंत्री भारत सरकार सुर्दशन भगत, आईसीएआर के महानिदेशक परो. त्रिलोचन महापात्रा, आईसीएआर के सभी उप महानिदेशक एवं आईसीएआर के विभिन्न संस्थानों के निदेशक मौजूद थे। इस पुरस्कार के रूप में वैज्ञाकिों की टीम को प्रशस्ति पत्र के साथ एक लाख रुपए का नकद पुरस्कार भी प्रदान किया गया।
गौरतलब है कि आईसीएआर नईदिल्ली द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर फखरुद्दीन अली अहमद पुरस्कार आदिवासी क्षेत्र में आदिवासियों की आजविका में सुधार लाने हेतु उनकी खेती की पद्धति में किए गए उल्लेखनीय अनुसंधान के लिए दिया जाता है। यह पुरस्कार डॉ. आईएस तोमर के नेतृत्व में झाबुआ जिले के आदिवासियों की आजीविका में स्थायित्व एवं बढ़ोतरी हेतु फसल विविधिकरण द्वारा कृषिगत आय बढऩे के प्रयासों के साथ कडक़नाथ मुर्गी का डीपलिटर पद्धति द्वारा पालन, उनका रख-रखाव, कम लागत का मुर्गीदाना बनाना, उनके विपणन एवं इस तकनीक के प्रचार-प्रसार द्वारा आदिवासी किसानों के आय में वृद्धि के साथ-साथ कृषि के बेमौसम में आदिवासियों को मुर्गीपालन से मिले रोजगार से उनके आजीविका हेतु पलायन को रोकने में मिली सफलता को ध्यान में रखकर दिया गया। इस सफलता पर कृषि विज्ञान केंद्र झाबुआ के समस्त वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों में आईसीएआर से मिले इस पुरस्कार से हर्ष व्यक्त करते हुए इसके लिए आईएस तोमर व उनकी टीम को बधाई दी है।

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