आरटीओ बैरियर पर हो रहा इंट्री के नाम से लाखों रुपए का भ्रष्टाचार

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झाबुआ लाइव के लिए पिटोल से भूपेन्द्रसिंह नायक की रिपोर्ट-
जहां केन्द्र सरकार ओर मध्यप्रदेश सरकार ने समस्त परिवहन चौकियों पर प्राइवेट कर्मचारियों को हटाकर परिवहन चौकियों पर भ्रष्टाचार रोकने कि कोशिश कि तो उन्ही के उलट आरटीओ पर तैनात सरकारी कर्मचारियों के नारे-न्यारे हो रहे है। क्योंकि आरटीओ अधिकारी के संरक्षण में उनके मात हत कर्मचारी रोजाना बड़े-छोटे वाहनों से इंट्र्री के नाम पर लाखों रुपए वसूल रही है। जबकि मध्य प्रदेश के मंत्री भूपेन्द्रसिंह द्वारा सख्त रुख अपनाने के बाद भी पिटोल आरटीओ पर पदस्थ कर्मचारी सरकार के आदेश की धज्जियां उड़ाकर भ्रष्टाचार में लिप्त है। गौरतलब है कि प्राइवेट कर्मचारियों को हटाने पर वाहन मालिक एवं ड्राइवर दोनों खुश थे एवं इंट्र्री नहीं देनी पड़ेगी पर पिटोल आरटीओ पर अवैध वसूली फिर से शुरू हो गई। इसी कड़ी शनिवार को 6 ट्र्रक अहमदाबाद से उज्जैन जा रहे थे जिनको कागज की कमी व आरटीओ पर टैक्स का भुगतान न होने के कारण रोका गया परंतु सोमवार को गाड़ी चालकों द्वारा सभी कागजों की पूर्ति करने के बाद भी उनसे आरटीओ पर पदस्थ कांस्टेबल के द्वारा 500 रुपए प्रत्येक गाड़ी से वसूल किया गया।
अभी भी चल रहे है अवैध टोकन –
जहां पूर्व में प्राइवेट कर्मचारियों द्वारा गाड़ी मालिकों से टोकन के हिसाब से महीनाबंदी की वसूली कि जाती थी और वही टोकन देकर भ्रष्टाचारी काम अभी भी उसी तर्क पर बदस्तूर जारी है और इनके ऊपर सरकारी कार्रवाई नहीं की गई तो यह अवैध वसूली का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
आरटीओ कर्मचारी करते है अभद्र व्यवहार –
पिटोल के आरटीओ के संरक्षण मे कर्मचारी डाइवरो से अवैध वसूली को लेकर बहूत ही अभद्र व्यवहार करते है। ड्राइवरों से गाली गलौच करते है एवं आरटीओ पर तौल-कांटा कंपनी के छोटे कर्मचारियों एवं कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों से भी बदतमीजी करने से नहीं चुकते हैं। क्योंकि अब दूसरे विभाग सेलटैक्स बंद हो जाने से यहां खुले रूप से दादागीरी कर अवैध वसूली आम बात हो चुकी है।

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