आम बजट ने उपभोक्ताओं की तोड़ी कमर- सांसद भूरिया

May

budgetझाबुआ लाइव डेस्क। सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने आम बजट 2016-17 को पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे उपभोक्ताओं की कमर तोडऩे वाला बजट बताया है। उन्होंने कहा कि ”मेेक इन इंडियाÓÓ का नारा देने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार और वित्त मंत्री अरूण जेटली से आमजनों को अपेक्षा थी कि आम बजट जनकल्याणकारी, लोकोपयोगी और लोक लुभावन होगा, किंतु वित्त मंत्री ने तमाम उम्मीदों पर न केवल पानी फेर दिया है, बल्कि आम उपयोग में आने वाली अधिकांश अति उपयोगी वस्तुओं पर सर्विस टैक्स का भार बढ़ाकर गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों और नौकरीपेशा लोगों के समक्ष अंधेरा परोस दिया गया है। भूरिया ने कहा कि यह बजट पूरी तरह निराशावादी एवं नए लिफाफे में पूराना सामान है। बजट में रोजगार मूलक कार्यक्रमों की अनदेखी की गई है जो बजट में इस हेतु प्रावधान किए जाने थे वेसा कुछ भी नही किया गया है। कुल मिलाकर यह बजट अर्थव्यवस्था को कमजोर करेगा तथा महंगाई में भी इजाफा होगा। इस बजट में केन्द्र की तत्कालिन यूपीए सरकार नीतियों को मरोड़कर परोसा गया है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता ने बजट को निराशाजनक बताते हुए कहा कि सर्विस टैक्स बडने से मध्यम व गरीब परिवार आर्थिक बोझ झेलने को मजबूर है। जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया ने कहा कि इस बजट में महिलाओं को निराशा ही हाथ लगी है। महिलाओं के घरेलू उपयोग में आने वाली वस्तु पर कोइ ध्यान नही दिया गया है और न ही महिलाओं की सुरक्षा को लेकर इस बजट में कोइ्र प्रावधान किया गया है। युवा नेता डॉ विक्रांत भूरिया ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है िकइस बजट में बेरोजगारों को रोजगार देने हेतु कोई ठोस प्रावधान नही किया गया है। इस बजट से बेरोजगारी बढ़ेगी एवं महंगाई में वृद्वि होगी। जिला कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि देश के आम कर्मचारी एवं आयकर दाताओं को इस बजट में कोई भी सुविधा नही मिली है तथा आयकर के स्लेब में कोइ बदलाव नही किया गया है। जिला कांग्रेस ने इसे पूरी तरह निराशावादी और महंगाई बडाने वाला बजट करार दिया है।