अभिभावक सावधान!! 3 साल के बच्चे ने निगल लिया 5 रुपए का सिक्का; डॉक्टरो ने ऐसे पाई सफलता …

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विपुल पांचाल@ झाबुआ Live
बच्चों का खेल-खेल में सिक्का निगल जाना, और उसका पेट में जाने के बाद खुद बाहर आ जाना तो आम बात है, पर आज मंगलवार को 1 बजे करीब जिला अस्पताल में जो मामला सामने आया वह वास्तव में संकट की स्थिति का था। इसमें हुआ यूं कि जिले के कालीदेवी गांव में एक 3 साल के बच्चे ने खेल-खेल में पांच रुपए का सिक्का निगल लिया। जब बच्चे की हालात बिगड़ी तो पूछने पर अभिभावकों को उसने यह बात बताई। इससे परिजनों ने पहले उसका घरेलू उपचार किया।
परिजन उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जिला अस्पताल में ईएनटी विशेषज्ञ डॉक्टर केएल पाटीदार और एनेस्थीसिया डॉक्टर सावनसिंह चौहान ने बच्चे को बेहोश करके 2 घण्टे की जद्दोजहद के बाद दूरबीन विधि से इसोफेको स्कोप पद्यति से उसके गले की आहार नली में फंसा 5 रुपए का सिक्का बाहर निकाला।
उन्होंने बताया कि कालीदेवी निवासी परवीन पप्पू भूरिया (3) के गले में 5 रुपए का सिक्का फंस गया था। गनीमत रही वह आहार नली के अंदर नहीं जा पाया, यदि नली के अंदर चला जाता तो मुश्किल हो जाती।
उन्होंने बताया कि सिक्का निकालने के लिए पहले बच्चे को बेहोश करना पड़ा, उसके बाद ऑपरेशन थियेटर में बच्चे के गले में फंसे सिक्के को बाहर निकाला। अब बच्चा पूर्ण रूप से स्वस्थ है। डाॅक्टरो ने बताया कि आमतौर पर बच्चों को टॉफी, बिस्कुट खाने के लिए परिजन उन्हें सिक्के दे देते हैं, बच्चे खेल-खेल में सिक्के मुंह में डाल लेते हैं और गुटक भी जाते हैं। हालांकि सिक्का सीधा फंसा था इसलिए सांस चल रही थी अगर सिक्का टेड़ा फसता तो बच्चे की जान भी जा सकती थी। 7 साल में यह पहला केस ऐसा आया था, जिसे जिले के डॉक्टरों ने अंजाम तक पहुंचाया। परिजनों को बच्चों के लिए सिक्के नहीं देना चाहिए। इस ऑपरेशन में असिस्टेंट मेडिकल ऑफिसर डाक्टर राजेश डावर, नर्स कमला, वाहिदा, ममता व दिनेश का सराहनीय सहयोग रहा।