अच्छे शिक्षक विद्यार्थियों को साक्षरा बनाते हैं : वैभवरत्नजी मसा

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1 सरस्वती शिशु मंदिर पारा में डॉ. वैभवरत्नजी मसा का आगमन
झाबुआ लाइव के लिए पारा से राज सरतालिया की रिपोर्ट-
गच्छाधिपति राष्ट्रसंत श्रीमद् विजय जयन्तसेन सूरीश्वर मसा के आज्ञानुवर्ती शिष्य प.पू. डॉ. वैभवरत्न मसा का सरस्वती शिशु विद्या मन्दिर केसर बाग पारा में मंगलमय आगमन पर विद्यालय के आचार्य परिवार एवं भैया-बहनों द्वारा अक्षत वर्षा कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में राजेन्द्रसूरी बाल विकास समिति पारा के अध्यक्ष जैनरत्न प्रकाश छाजेड़ ने प.पू. डॉ. वैभवरत्न मसा के आलौकिक जीवन पर प्रकाश डाला। विद्यालय के व्यवस्थापक प्रकाश तलेसरा ने विद्यालय की शैक्षणिक एवं पाठ्येत्तर गतिविधियों के बारे में मसा को अवगत कराया। प.पू. डॉ. वैभवरत्न मसा ने आचार्य परिवार को आशीर्वचन देते हुए विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति पर आधारित संस्कारमय शिक्षा प्रदान करने पर जोर दिया। अच्छे शिक्षक विद्याथियों को साक्षरा बनाते है, लेकिन यदि शिक्षक में किसी प्रकार की कमी हो तो विद्यार्थी ‘साक्षरा के बजाय ‘राक्षसा बन सकते है। समस्त शिक्षकों को कृपाचार्य तथा द्रोणाचार्य जैसे श्रेष्ठ शिक्षक बनने को कहा एवं अर्जुन तथा अन्य पांडवों की भांति शिष्य तैयार करने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम के अन्त में विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य इरफानउल्ला खान ने मसा के प्रेरणाप्रद आशीर्वचनों को जीवन का ध्येय बनाने का कहते हुए, विद्यालय में पधारने पर आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में राजेन्द्रसूरी बाल विकास समिति के सक्रिय सदस्य राजेन्द्र पगारिया तथा ग्राम पंचायत पारा के पंच शुभम सोनी भूतपूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सरस्वती शिशु मंदिर पारा भी उपस्थित थे।