सर्व सामान्य जाति समाज द्वारा जिला एवं पुलिस प्रशासन को सौंपा गया ज्ञापन

May

11 jhabua thnadla photo-07 11 jhabua thnadla photo-08झाबुआ – बीते 8 सितंबर को शहर के राजगढ़ नाके पर एक आदिवासी युवा संगठन द्वारा स्थानीय निवासी जया पति बसंतसिंह झाला का पुतला जलाया गया था। झाला द्वारा वर्तमान आरक्षण नीति के विषय मंे आरक्षण का आधार जाति ना होकर आर्थिक स्थिति व योग्यता को रखा जाए, ताकि सभी नागरिकों को समानता का अवसर मिले, का सुझाव पत्र प्रधानमंत्री को 31 अगस्त को सोंपा किया गया था। जिसका उक्त संगठन ने विरोध करते हुए पुतला जलाया। पुतला जलाने के विरोध में शुक्रवार को दोपहर सर्व सामान्य जाति समाज ने इस संबंध मंे प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सोंपकर पुतला जलाने वाले युवा संगठन के लोगांे पर प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की मांग की।
सर्व सामान्य जाति समाज द्वारा सर्वप्रथम प्रधानमंत्री के नाम कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता को ज्ञापन सौंपा गया। वहीं एक ज्ञापन रक्षित निरीक्षक केएल मीणा के माध्यम से पुलिस अधीक्षक को दिया गया। ज्ञापन म उल्लेख किया गया कि संक्षिप्त सूचना पर सर्व सामान्य जाति समाज की बैठक स्थानीय नजर बाग शिव मंदिर पर आयोजित की गई। जिसमें समस्त सामान्य जाति समाज के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे। जिसमें सर्व सम्मित से यह निर्णय लिया गया। ज्ञापन में बताया गया कि झाबुआ निवासी श्रीमती जया झाला द्वारा वर्तमान आरक्षण नीति के विषय मंे अपना सुझाव प्रेषित किया गया था। जिसका उत्तर 2 सितंबर को झाला के ई-मेल पर प्रधानमंत्री द्वारा भेजा गया। जिसके बाद आदिवासी युवा शक्ति संगठन के युवाओं द्वारा राजगढ़ नाके पर योजनापूर्वक झाला का पुतला जलाया गया एवं उन्हं अपमानित करते हुए नारेबाजी की गई। साथ ही बीच चोराहे पर अशांति का वातावरण फैलाया गया।
निंदनीय कृत्य बताया – ज्ञापन में आगे बताया गया कि युवाओं द्वारा धमकी दी गई कि यदि आरक्षण पर सामान्य वर्गों द्वारा दोष आरोपित किया तो वे आरक्षण के पक्ष में जन-आंदोलन की शुरूआत जिले से कर देश-प्रदेश भर मंे करंेगे। इस प्रकार युवा शक्ति संगठना के पदाधिकारियांे ने विभिन्न वर्गों के बीच घृणा एवं शत्रुता व वेमनस्य उत्पनन कर देश में अशांति फैलाने का प्रयास किया गया, जो कि निंदनीय कृत्य होने के साथ ही आपराधिक श्रेणी का भी कृत्य है।
महिला वर्ग का तिरस्कार किया गया – ज्ञापन में कहा गया कि एक महिला का पुतला जलाकर संपूर्ण महिला वर्ग का तिरस्कार किया गया है एवं साथ ही सामान्य वर्ग को धमकी देकर संपूर्ण सामान्य जाति को भी अपमानित किया गया है। जिसकी सर्व सामान्य जाति के लोग घोर निंदा करते है।