कैंप में मजिस्ट्रेट को अपनी वास्तविक जानकारी देने के लिए आए पीडि़त परिवार।
झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
गंभीर मामले में सरकारी उपेक्षाओं का दौर शुरू हुआ तो मजबूरन पीडि़तों की और से सामाजिक संगठनों ने मिलकर रीट पीटिशन उच्चतम न्यायालय में दायर की, जिसके बाद इस मामले में उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर मामले की जांच के लिए गुरूवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव देवदत्त और जिला विधिक सहायता अधिकारी सुमोन सुलिया विकासखंड के पांच गांवों में पहुंचे और पीडि़तों और मृतको जानकारी जुटाई। मजिस्ट्रेट ने कैंप लगाकर पिडि़तों की समस्या जानी और योजनाओं के लाभ तथा पुर्नवास की जानकारी भी ली। सरकारी आकंड़े 39 लोग प्रभावित
क्षेत्र में सिलिकोसिस बीमारी से धनपुरा, रूपगढ़, कलसाडिया, उन्नई और झोसर, मातापाडा ग्राम में सरकारी आकंडों के अनुसार 39 लोग प्रभावित हुए है, किन्तु धरातल पर स्थिति देखे तो प्रभावितों की संख्या कहीं अधिक है, जिसकी जानकारी शासन तक नहीं पहुंच पाई है और पिडि़त परिवार परेशानी में अपना जीवन यापन कर रहे हैं। मजिस्ट्रेट ने दी समझाइश
पेटलावद अंचल में आज दिन भर विभिन्न कैंप मेेंं सिलिकोसिस बीमारी से प्रभावितों के बारे में जानकारी जुटाई गइ। इस मौके पर मजिस्ट्रेट देवदत्त ने ग्रामीणों को समझाइश दी कि जो लोग बीमारी से ग्रसित है उन्हें जिला चिकित्सालय में जाकर अपना इलाज करवाकर जिला प्रशासन को सूचना देना चाहिए ताकि उनकी मदद में राह आसान हो। कैंप में एसडीएम सीएस सोलंकी, जिला श्रम अधिकारी एलएस भूरिया, बीडीसी जगदीश चंद्र सुतार, सीईओ अनिवेंद्र सिंह यादव, हल्का पटवारी यश रामावत आदि उपस्थित थे।