सच्चे हृदय से क्षमायाचना करने पर ही पर्व मनाना सार्थक – मुक्तिप्रभा जी

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झाबुआ लाइव के लिए मेघनगर से भूपेंद्र बरमंडलिया की रिपोर्ट:- आत्मशुद्धि के महापर्व पर्युषण के आठों दिन जंहा तप, त्याग व तपस्या का महत्व है वंही आठवे दिन सवंत्सरी महापर्व पर क्षमायाचना का विशेष महत्व है। प्रत्येक व्यक्ति को इस दिन अपने मन मे राग द्वेषवश बंधी गांठो क¨ खोलकर सच्चे ह्नदय से क्षमायाचना करने पर ही पर्व मनाना सार्थक कहलाता है। हमें अपने दोषो का अवल¨कन करना है न कि दूसरों के दोषो क¨ देखना है। क्षमा मांगना एंव क्षमा करना वीर ल¨ग¨ का कार्य कहा गया है. उसमें भी पहले क्षमा मांगने वाला बढ़ा कहलाता है। उक्त प्रेरक उद्गार शुक्रवार क¨ महावीर भवन में पर्युषण पर्व के आठवे दिन आयोजित धर्मसभा के दोरान महासती मुक्तिप्रभा जी ने व्यक्त करते हुए कहा कि किसी के भी प्रति वैर विरोध के भाव आते ही तुरंत क्षमायाचना कर लेना चाहिए वह श्रेष्ठ है लेकिन वर्ष भर में भी क्षमायाचना नही हुई हो तो आज के दिन त¨ अवश्य कर लेना चाहिए तभी मनुष्य की आत्मशुद्धि ह¨कर पर्व क¨ मनाना सार्थक ह¨ पाएगा। धर्मसभा के द©रान महासती प्रेमलता जी ने पिछले आठ दिनो से चल रहे अंतगढ़ दशा सूत्र का वाचन पूर्ण किया, जिसमें 90 अंतकृत केवलियो की संक्षिप्त जीवन गाथा का सुंदर वर्णन किया गया, ज¨ आत्म कल्याण के मार्ग क¨ प्रशस्त करने वाला है।
तपस्वियो का हुआ बहुमान:- महासती कुसुमलता के शुक्रवार क¨ 8 उपवास थे। वंही तप चक्रेश्वरी स्नेहलता बहन वागरेचा ने 51 उपवास, सुशीला बहन झामर ने 14 उपवास व हनी भाई झामर ने 11 उपवास, अंकित प¨रवाल व आयुषी पावेचा ने 9-9 उपवास के प्रत्याख्यान लिए। साथ ही नगीनभाई नाहटा, सुदर्शन मेहता, चांदमल च¨रडिया, भूपेन्द्र, निलेश वागरेचा, विपिन बाफ्ना, म¨हित मेहता, शशि बहन नांदेचा, अंजना बहन ललवानी, मंजू बहन भंडारी, प्रमिला बहन ओरा, खुशबु बहन मेहता ने 8-8 उपवास के प्रत्याख्यान ग्रहण किए. इसके साथ ही शुक्रवार क¨ तपस्या पूर्ण करने वाले सभी तपस्वियों का तपस्या की ब¨ली ब¨लकर श्रीसंघ व केशरदेवी बाफ्ना की ओर से भेंट प्रदान की गई। धर्मसभा के द©रान नगर मे नवनिर्मित स्थानक भवन हेतु कई श्रद्धालुओं ने दान राशि की घ¨षणा की। प्रभावना पुरणमल, सुरेशचंद्र, राजेश कुमार, जैकी जैन परिवार व श्यामसुंदर, चिराग कुमार भंडारी परिवार द्वारा वितरित की गई। द¨पहर मे आल¨यणा सुनाई गई वंही आचार्य भगवंत उमेशमुनि जी मसा ‘अणु‘ द्वारा हस्तलिखित ‘अणु संदेश‘ पर खुली किताब प्रतिय¨गिता का आयोजन किया गया। वंही शाम क¨ हुए प्रतिक्रमण में समाज की शत प्रतिशत उपस्थित रही।
सामूहिक क्षमायाचना शनिवार क¨:- तीन उपवास व उससे अधिक उपवास की तपस्या करने वाले समस्त तपस्वियो का सामूहिक पारणा सज्जनबाई मिश्रीमल वागरेचा परिवार द्वारा करवाया जाएगा। वही शनिवार सुबह 8.45 से 9.45 बजे तक महावीर भवन पर पूज्य महासतीवृंद के पावन सानिध्य मे सामूहिक क्षमायाचना कार्यक्रम आयोजित ह¨गा, जिसके बाद सकल जैन श्रीसंघ का स्वामी वात्सल्य का आय¨जन भी किया जाएगा, जिसका लाभ पुरणमल, सुरेशचंद्र, राजेश कुमार, जैकी जैन परिवार द्वारा लिया गया।

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