झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
गत रविवार को दूषित पेयजल से लगभग 25 से अधिक लोग बीमार हो गए थे। इस घटना को शासन ने गंभीरता से लिया है और इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग के संभागीय सयुक्त संचालक इंदौर डॉ शरद पंडित के द्वारा अपनी टेक्निकल टीम के साथ बुधवार को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण कर मरीजों के हालचाल जाने। इसके पश्चात डॉ पंडित ने पूरे जिले के डाक्टरों,स्वास्थ्य विभाग से जुडे कर्मचारियों व अधिकारीयों की समीक्षा बैठक ली।
शासन के निर्देश पर निर्णय लिया गया है कि प्रतिमाह जिले स्तर की बैठक ब्लाक में आयोजित की जाए। इसी क्रम में अगले माह की बैठक रामा ब्लाक में आयोजित की जाएगी।समीक्षा बैठक में माताओं के स्वास्थ्य चेकअप के सम्बंध में एक अभियान चलाया जा रहा है। जिसके सम्बंध में विशेष जानकारी डॉ पंडित के द्वारा दी गई तथा इस अभियान को सफल बनाने के निर्देश दिए गए तथा प्रसव के दरम्यान माता को कोई बीमारी नहीं हो और यदि होती है तो उससे लडने की क्षमता उसमें हो।डॉ पंडित के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों को निर्देश देते हुए कहा की केंद्र में सीसी टीवी केमरे लगाए जाए वहीं बाहर से आने वाले मरीजों को ओपीडी पर कम्प्यूटराइड पर्ची दी जाने की व्यवस्था की जावें। वहीं बायोमेट्रीक मशीन भी लगाने के लिए निर्देश दिए। साथ ही वरिष्ठ चिकित्सकों का दल गठित करते हुए समय समय पर जननी एक्सप्रेस व 108 एम्बुलेंस का भौतिक सत्यापन भी किए जाने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि गत दिनों मप्र के एक आईएस अधिकारी के पिता का स्वास्थ्य खराब होने पर 108 की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई थी। और इस मुद्दे को समाचार पत्रों ने प्रमुखता से उठाया था। जननी ओर 108 के भौतिक सत्यापन की ओर पंडित का ध्यान दिया गया।
शिशु गहन चिकित्सा ईकाई का निरीक्षण
डॉ पंडित ने स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंच कर ओपीडी सहित स्टोर रूम, पोषण पुर्नवास केंद्र, लेबोरेटरी, एक्स रे रूम सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। स्टोर रूम की व्यवस्थाओं को देखकर प्रशंसा की तथा स्टोर इंचार्ज श्री शुक्ला की व्यवस्थाएं अच्छी रखने के लिए प्रशंसा की।
मुख्य रूप् से शिशु गहन चिकित्सा ईकाई का भी निरीक्षण किया। वहां एक बच्चा जो की काफी खराब स्थिति में था। जन्म के समय जिसका वनज मात्र 1 किलों है। उसे देखकर कहां की यदि इस प्रकार के बच्चों का यहां इलाज हो रहा है। यानी यहां की व्यवस्थाएं काफी चुस्त दुरूस्त है। इसके साथ ही जनरल वार्ड का भी निरीक्षण किया। जहां मरीजों के हाल चाल जानने के साथ साथ सफाई व अन्य व्यवस्थाओं के सुधार के निर्देश दिए।
एक माह से भोजन नहीं मिल रहा
पेटलावद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती मरीजों को एक माह से शासन की योजना अनुसार जो भोजन दिया जाता है। वह नहीं मिल रहा है। इस सम्बंध में मरीजों ने डॉ पंडित से शिकायत की जिसकी जानकारी निकाली गई तो पता चला की भोजन बनवाने वाले ठेेकेदार को पिछले 1 वर्ष से भुगतान नहीं किया गया। इस कारण उसने भोजन देना बंद कर दिया। जिसके बाद डॉ पंडित ने ठेकेदार से चर्चा कर भोजन प्रारंभ करवाने का कहा तथा जल्द से जल्द भुगतान दिलवाने का आश्वासन दिया। डॉ पंडित के द्वारा अस्पताल का निरीक्षण करने के उपरांत स्थानीय जनपद पंचायत हाल में झाबुआ जिले के सभी चिकित्सकों की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक ली गई। जिसमें उपस्थित चिकित्सकों को आवश्यक निर्देश दिए गए। स्वास्थ्य केंद्रों पर 24 घंटे मरीजों की देखभाल के लिए चिकित्सकों को उपलब्ध रहने के निर्देश दिए।
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