राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम ने बदली नन्हीं सविता की जिंदगी

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अलीराजपुर लाइव डेस्क
जिले के जोबट विकासखंड के ग्राम रामपुरा के सुरघाटी फलिया की चार माह की नन्ही सविता पिता शेरसिंह जो कटे-फटे होठ विकार से ग्रसित थी। बेटी की इस परेशानी को लेकर माता-पिता हर समय चिंतित रहते थे। परिवार की आर्थिक स्थिति सुदृढ नहीं होने से माता-पिता हमेंशा चिंन्ता में डूबे रहते थे। कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण नन्हीं सविता का उपचार भी नहीं करवा पा रहे थे। जैसे-जैसे सविता की उम्र बढ रही थी माता-पिता की चिंता भी उनके माथे पर लगातार शिकन के रूप में बढ रही थी। इसी दौर में ग्राम रामपुरा में जोबट विकासखंड के आरसीएसके दल द्वारा आंगनवाडी केन्द्र पर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन रखा गया। उक्त शिविर में सविता का स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान चिन्हांकन किया गया। सविता का जन्म से कटे-फटे होठ एवं तालू संबंधित पीडित बालिका के रूप में चिन्हांकन करे उसके माता-पिता को बालिका के आसान से आपरेशन से ठीक होने की बात बताई। पहले तो सविता के माता पिता घबराए और डरे लेकिन स्वास्थ्य परीक्षण दल की समझाइश और बच्ची के पूरे इलाज के साथ स्वस्थ्य होने का भरोसा सविता के माता पिता के डर और भय को दूर करने में सफल रहे। सविता का उपचार हेतु प्रकरण तैयार किया गया और उसे इन्दौर के निजी अस्पताल में इलाज हेतु रैफर किया गया। जहां नन्हीं सविता का नि:शुल्क शल्य चिकित्सा के माध्यम से सफल आपरेशन हुआ। आज सविता स्वस्थ्य है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की पहल रंग लाई और नन्हीं सविता की पैदाइश के समय से उत्पन्न कटे-फटे होट और तालू संबंधित परेशानी का इलाज संभव हो सका। सविता के पिता कहते है मेरी बेटी का इलाज होने से मेरी चिंता दूर हो गई है। वे कहते है आपरेशन के पहले हर समय मन में एक ही बात रहती थी सविता बडी होगी तो क्या होगा, लेकिन राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के कारण मेरी बेटी अन्य बच्चीयों की तरह स्वस्थ्य हो गई है। हम खुश है।

आपरेशन के पूर्व सविता की स्थिति, आपरेशन के पश्चात सविता सामान्य बच्चें की तरह हो गई।

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