झाबुआ।रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया ने आज यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री ने चुनाव प्रक्रिया के दौरान मेरी राजनीतिक हत्या कराने का षडयंत्र रचा था, जिससे कि रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र में उपचुनाव को टालकर दांव पर लगी अपनी इज्जत को बचा सके। भूरिया ने कहा है कि यह उपचुनाव शिवराजसिंह चोहान के राजनीतिक पतन की शुरूआत करने वाला चुनाव होगा, इसलिए उन्होंने इस चुनाव को प्रथमतः टालने और यदि न टले तो उसको ऐन-केन प्रकारेण जीतने की रणनीति बनाई थी। दरअसल वे इस उपचुनाव के संभावित परिणाम से पूरी तरह भयभीत हैं।
हिस्ट्रीशीटर बदमाश भी जिले मे
भूरिया ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के जांबाज मैदानी कार्यकर्ताओं की सामूहिक ताकत उनके पीछे न होती, तो शिवराजसिंह, भाजपा एवं भाजपा की सरकार ने तो यह उपचुनाव धनबल, बाहुबल और सत्ताबल के बल पर जीत लेने की व्यापक व्यूह रचना की थी। केन्द्रीय मंत्रिमंडल के कई सदस्य, राज्यमंत्री मंडल के सभी सदस्य और भाजपा के सभी सांसदों और विधायकों को भारी-भारी थैलियों के साथ संसदीय क्षेत्र में तैनात कर रखा था। इसके अलावा राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के मंत्री और मध्यप्रदेश के अलावा इन राज्यों के हिस्ट्रीशीटर बदमाश भी हथियारो सहित बड़ी संख्या में इस क्षेत्र में भाजपा को जिताने के लिए डेरा डाले हुए थे। मतदान के दौरान मुख्यमंत्री के इशारे पर मेरी भतीजी और कांगे्रस नेत्री कलावती भूरिया सहित कई कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमले भी कराये गये। मतदान की समाप्ति के बाद कांग्रेस के एक पोलिंग एजेंट की भाजपाइयों ने हत्या कर दी। पुलिस के वाहनों से भाजपा की अवैध शराब ढोयी जाना अत्यंत शर्मनाक है। शिवराज सिंह ने चुनाव की निष्पक्षता और स्वतंत्रता की धज्जिया उड़ाकर रख दी। भाजपा के अपराधी किस्म के नेताओं ने मुख्यमंत्री की बगल में बैठकर मतदाताओं और प्रशासन के लोगो को धमकाने में कोई कसर बाकि नही छोड़ी।
कांग्रेस प्रत्याशी ने आगे कहा है कि भाभरा में जोबट के भाजपा विधायक माधोसिंह डावर ने पांच मतदान केन्द्रों पर अनाधिकृत रूप से प्रवेश कर फर्जी मतदान के प्रयास किया था, जिसको सीआरपीएफ के एक जवान सुरेशचंद्र आर्य द्वारा रोकने पर जवान को धमकाया गया और निर्वाचन कार्य में बाधा डालकर मतदान केन्द्र के बाहर धरने पर बैठ कर भाजपा विधायक ने चुनाव कानून का उल्लंघन किया किंतु जिला प्रशासन ने विधायक के विरूद्व एफआईआर दर्ज करने की बजाय उसको धरने से उठाने हेतु मिन्नत की। शिवराज एवं भाजपा के नेताओं ने चुनावी माहौल को अपने पक्ष में करने की नीयत से जो शर्मनाक और अलोकतांत्रिक हथकंडे अपनाए, उन सबकी चर्चा करना फिलहाल संभव नही है। इस संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं ने आतंक और प्रलोभनों के बीच हुआ ऐसा चुनाव आज-तक नही देखा।
उन्होंने कहा स्ट्रांग रूम में झाबुआ, रतलाम और अलीराजपुर जिला मुख्यालय पर रखी गई मशीनों में बंद जनादेश और जनविश्वास का शिवराज सिंह अपहरण न करा सकंे, उसके लिए एहतियाती कदम के बतौर कांग्रेस ने जिला प्रशासन की अनुमति से 21 और 22 नवंबर की दरमियानी रात से तीनों जगह के स्ट्रांग रूम के बाहर डेरा डाल कर मशीनों की सुरक्षा की निगरानी प्रारंभ करदी है, जो 24 नवंबर को मतगणना प्रारंभ होने तक चलेगी। जहां से कांग्रेस नेता और जागरूक कार्यकर्ता ईवीएम की सुरक्षा पर 24 घंटे बारीकी से निगरानी रखेंगे। भूरिया ने कहा है कि कांग्रेस को आशंका है कि स्ट्रांग रूम से मूल मशीने चोरी छिपे हटाकर उनके स्थान पर डुप्लीकेट मशीनें रखवाई जा सकती कांग्रेस ऐसे किसी भी षडयंत्र को कामयाब नही होने देगी। मैं स्वयं भी स्ट्रांग रूम कें बाहर निगरानी के लिए रात्रि में रहूंगा।