ब्राह्मण समाज ने सौंपा एसडीएम को ज्ञापन

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झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-
मप्र सरकार द्वारा ब्राह्मण समाज के हितो को प्रभावति करने वाली नीति के विरोध मे सर्व ब्राहमण समाज द्वारा राज्यपाल के नाम ज्ञापन अनुभिगीय अधिकारी आरएस बालोदिया को दिया। ज्ञापन में बताया गया कि भारत में ब्राहमण समाज आजादी के बाद से उपेक्षा का शिकार होता आ रहा है। किसी भी सरकार ने ब्राह्मणों के उत्थान हेतु कोई योजना आज तक नही बनाई, जिस वजह से ब्राहमण समाज के लोगों में बेरोजगारी भी बढ़ती जा रही है। मौजूदा माहौल में वोटों की राजनीति के कारण ब्राहमण समाज की अपने उपेक्षा की जा रही है और वर्तमान मप्र की सरकार के मुखिया शिवराजसिंह द्वारा ब्राह्मणों के जन्मजात अधिकारों पर कुठाराघात करते हुए ब्राहमणों के पंरपरागत कार्य जो कि अनादिकाल से ब्राह्मणों करते आ रहे है पंडिताइ, पुरोहित के कार्य को अन्य वर्ग के लोगो से करवाये जाने हेतु फरमान जारी किया है। सरकार की इस योजना से ब्राह्मण मेा बेरोजगारी और बढ़ेगी तथा सनातन धर्म की बरसों पुरानी मर्यादा भी भंग होगी। शासन के इस कदम से समाज के श्रेष्ठीवर्ग ब्राह्मण समाज में काफी रोष व्याप्त है क्या केवल चंद वोटों की खातिर शासन द्वारा समाजों में इस तरह का विष वमन का कार्य किया जाना कहा तक उचित है। प्रदेष का समस्त ब्राह्मण समाज शासन की इस नीति का घोर विरोध करता है तथा आपसे यह निवेदन करता है कि आपके माध्यम से मप्र शासन द्वारा बनाई गई इस नीति पर तुरंत रोक लगाई जाए तथा इस प्रकार का कार्य भविष्य में भी नहीं होने पाये ऐसा ठोस आश्वासन सरकार से लिया जाए। यदि शासन से द्वारा तत्काल इस योजना पर रोक नहीं लगाई गई तो सरकार को ब्राह्मण समाज के कोपभाजन बनना पड़ेगा और मप्र का ब्राह्मण समाज उग्र आंदोलन करते हुए पूरे प्रदेश में सरकार की सदबुद्धि के लिए सड़कों पर हवन पूजन करेंगे। साथ ही प्रदेश का ब्राह्मण समाज यह मांग करता है कि अन्य वर्ग के लोगो की तरह ब्राह्मण समाज को भी आर्थिक आधार पर आरक्षण सुविधा का लाभ प्रदान किया जाए। इस अवसर पर पं भूदेव आचार्य, पं रमाकांत भटट, बलदेवप्रसाद चर्तुवेदी, देवकृष्ण भटट, कैलाश आचार्य, द्वारका शर्मा, योगेन्द्र मोड, गोपाल, राकेश पाठक, मनोज उपाध्याय, वत्सल आचार्य, संयम शर्मा, राजू शुक्ला, आषुतोष पाठक, गगनेश उपाध्याय, भूषण भट्ट आदि कई समाजजन उपस्थित थे।

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