बीजेपी काय॔कारिणी मे देखिए किसकी चली , कौन हुआ कमजोर – कौन मजबूत

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झाबुआ Live के लिऐ ” अशोक बलसोरा ” की EXCLUSIVE रिपोर्ट ।

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अंततः बीजेपी ने अपनी झाबुआ जिला कार्यकारिणी घोषित कर दी है जैसा कि झाबुआ Live ने आपको पहले ही बताया था लगभग वही नाम इस सूची मे मौजूद है । झाबुआ लाइव आपको विश्लेषण के जरिए बतायेगा कि इस कार्यकारिणी मे किस नेता या गुट का वजन बढा है ओर कौन कमजोर हुआ है । पढिए इस पड़ताल को ।

राजगढ़ नाका लाबी हाशिए पर

झाबुआ जिले की बीजेपी की राजनीति में राजगढ़ नाका लाबी यानी शैलेष दुबे – विजय नायर गुट महत्वपूर्ण रहा है खासकर अरविंद मेनन के प्रदेश संगठन मंत्री रहते यह लाबी पावरफुल रही है मगर इस कार्यकारिणी में यह लाबी कमजोर की गयी है सिर्फ शैलेष दुबे ओर मनोहर सेठिया को इस लाबी से स्थाई आमंत्रित सदस्य बनाया गया है जो शायद बीजेपी संगठन की परंपरा है किस पूव॔ जिलाध्यक्षों को शामिल किया जाता है । इसके अतिरिक्त यह लाबी अब बीजेपी संगठन मे फिलहाल आऊट आफ पावर है । विधायकों के पर कतरे गये है केवल निर्मला भूरिया के कुछ नामो को एडजस्ट किया गया है विनोद भंडारी ओर उनकी पत्नी संगीता भंडारी को तवज्जो मिली है हालांकि भरत पाटीदार , नवीनचंद्र सिंह आदि भी उनके गुट के माने जाते है । पेटलावद इलाके को सबसे ज्यादा स्थान दिया गया है ।

महामंत्री सभी ” राजगढ़ नाके के नापसंद “

बीजेपी की संगठन की राजनीति मे महामंत्री की भूमिका जिलाध्यक्ष के बाद बेहद अहम होती है । जिले के तीनो महामंत्री दिलीप कुशवाह , थावरसिंह भूरिया एंव प्रफुल्ल बाफना ” राजगढ़ नाका लाबी की पसंद नही है । हालांकि दिलीप कुशवाह किसके है यह परिस्थिति तय करती है थावरसिंह को सेठिया विरोध का ईनाम मिला है वही गोविंद अजनार की पत्नी को संगठन ने उपाध्यक्ष बनाकर साफ संकेत दिया है कि गोविंद को युवा मोर्चा या जनजाति मोर्चे की कमान सौंपी जा सकती है । थादंला मे फकीरचंद महामंत्री के दावेदार थे मगर वे विपणन संस्था मे है इसलिए नाम माइनस किया गया । लेकिन चौंकाने वाला चयन नगर परिषद अध्यक्ष थादंला का है जिनके कार्यकाल की दर्जन भर लोकायुक्त जांचे जारी है बीजेपी क्या संदेश देना चाहती है यह समझ से परे है । बामनिया , खवासा , कल्याणपुरा , सारंगी , पिटोल आदि बडे गांवो की उपेक्षा की गयी है । कुल मिलाकर दौलत भावसार जिलाध्यक्ष के समर्थन करने वाली तीकडी ” चुन्नू शर्मा , गोरसिंह वसूनिया ओर सुरेंद्र सिंह मोटापाला के लोगो को अपनी कार्यकारिणी मे एडजस्ट कर वादा निभा गये है ।

कल सिंह को मान लिया बीजेपी विधायक

बीजेपी की घोषित आज की कार्यकारणी मे स्थाई आमंत्रित सदस्यों मे एक नाम ” थादंला” के निर्दलीय विधायक ” कलसिंह भाबर” का है अभी तक यह होच – पोच रहा है कि कलसिंह निर्दलीय है या बीजेपी के विधायक है ? आज की तारीख मे बीजेपी ओर मध्यप्रदेश विधानसभा की वेबसाइट पर ” कलसिंह ” निर्दलीय विधायक है मगर आज बीजेपी ने उन्हें अपनी कार्यकारिणी मे शामिल कर संदेश दे दिया कि बीजेपी उन्हें अपना चुकी है । लेकिन बडा सवाल यह है कि आखिर बीजेपी को चुनाव थादंला मे हरवाने वाले पर बीजेपी इतनी मेहरबान क्यो है ?