बढ़ती कीमतों के विरोध में नगर मुकम्मल बंद, कांग्रेसी प्रधानमंत्री का पुतला दहन कर, बैलगाड़ी लेकर पहुंचे कलेक्टोरेट, सौंपा ज्ञापन

0

पियुष चन्देल अलीराजपुर

डीजल,पेट्रोल, व रसोई गैस की बढ़ती हुई क़ीमतो के विरोध में कोंग्रेस के भारत बंद के आव्हान के तहत आज अलीराजपुर भी दोपहर तक बंद रहा। अलीराजपुर का मुख्य बाजार पूर्ण रूप से बंद रहा। आज अलीराजपुर का हाट बाजार का दिन होने के कारण केवल सब्जी मंडी में ही दुकाने खुली थी इसके अलावा पूरे बाजार में सन्नाटा रहा।

5 दिन में दूसरी बार नगर बंद
गौरतलब है, की विगत 5 दिन के अंदर दूसरी बार नगर बंद हुआ है, जिसके कारण आस पास से आने वाले लोगो को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। 6 सितंबर को भी सपाक्स के आव्हान पर केंद्र सरकार द्वारा एट्रोसिटी एक्ट में किए बदलाव पर भारत बंद के दौरान आलीराजपुर जिला बंद रहा था।

पुतला जला कर बैल गाड़ी और साइकल पे सवार हो कर निकाली रैली

इस बार बंद का आव्हान कांग्रेस पार्टी द्वारा किया गया था। कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता लगभग 1 बजे अलीराजपुर बस स्टैंड पर एकत्रित हुए और सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला जलाया। इसके बाद जिला कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष महेश पटेल व नपाध्यक्ष श्रीमती सेना पटेल बैल गाड़ी पर सवार हुए साथ ही दूसरी बैल गाड़ी पर युवा नेता मुकेश पटेल सवार हुए, इनके साथ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सरदार पटेल, राजेन्द्र पटेल, शंकर बामनिया, शमशेर सिंह आदि सैकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ नगर के प्रमुख मार्गों से रैली के रूप में कलेक्टर कार्यालय पहुँचे। जहाँ महेश पटेल व सेना पटेल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केंद्र व राज्य की भाजपा सरकार को बढ़ती हुई महंगाई के लिए जिम्मेदार बताया। इसके पश्चात एडीएम सुरेश चंद्र वर्मा को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।

ये बताया ज्ञापन में

केंद्र व राज्य शासन में जब से भाजपा काबिज हुई है, तब से अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड आईल के दाम कम होने के बावजूद भी वर्तमान सरकार से किसी भी प्रकार से पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस की कीमतों में कमी नहीं कर रही है। सरकार द्वारा टैक्स में वृद्धि कर पेट्रोल डीजल की कीमतों को आजतक के उच्चतम स्तर पर पहुंचा दिया है। इसी तरह से रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी की जा रही है। इनके दामों में भारी वृद्धि कर आम जनों का जीना दूभर कर दिया है। वही दूसरी ओर राज्य सरकार द्वार वैट टैक्स के नाम पर भारी टैक्स वसूल किए जाने से आमजनों, मध्य वर्ग, किसान, ट्रांसपोर्टर्स, छोटे व मध्यम व्यापारियों को महंगाई के बोझ से अत्यधिक सामना करना पड़ रहा है। दैनिक जरुरतों की वस्तुओं के बढ़ते मूल्यों से सभी नागरिकों का बजट बुरी तरह से बिगाड़ दिया है। गत लोकसभा चुनाव के पूर्व घरेलू गैस की कीमत 400 रुपए प्रति सिलेंडर थी जो कि आज सितंबर 2018 में 870 रुपए प्रति सिलेंडर हो गई है।  क्रूड आईल के दाम इन दिनों लगातार कम होने के बावजूद भी इसी तरह कि मूल्य वृद्धि करना आम जनता के साथ अन्याय है। युपीए सरकार के समय पेट्रोल 70 रू प्रति लिटर था जो आज 86 रू प्रति लीटर हो गया है, तथा डीजल 55 रू प्रति लीटर था जो आज बड़कर 75 रू प्रति लीटर हो गया है।वर्तमान प्रधानमंत्री यदि शासन स्तर पर पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस की कीमतो में नियंत्रण नही कर सकते है तो उन्हे पद पर रहने का कोई अधिकार नही है उन्हे शीघ्र ही पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

जीएसटी के अतंर्गत लाए पेट्रोल-डीजल

ज्ञापन में यह भी बताया गया कि बडती मंहंगाई की चिंता के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी बार बार केन्द्र सरकार से यह मांग कर रही है कि पेट्रोल व डीजल की कीमते जीएसटी के अंतर्गत लाई जावे ताकि आम जनता को 10 से 15 रूपये प्रति लिटर की राहत मिल सके। केन्द्र सरकार के इन जनहितैषी मांगो को अनदेखा करने के विरोध में आज 10 सितंबर 2018 को भारत बंद किया जा रहा है, जिसका समर्थन देश की जनता भी कर रही है, और क्यों ना करें आज बड़े से लेकर छोटे व्यापारी, किसान बन्धु, मध्यम एवं गरीब वर्ग के आम जन मंहगाई की मार से परेशान है। ज्ञापन में राष्ट्रपति से मांग की गई कि आम जनता की उचित मांगों को हल नही करने वाली ऐसी गुंगी बहरी सरकार को तुरंत बर्खास्त करें एवं निर्देश देवे की शीघ्र ही पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस की कीमतों को नियंत्रित कर कम करे।

ये थे उपस्थित

कांग्रेस के आज के बंद प्रदर्शन व रैली में पूर्व जिलाध्यक्ष राधेश्याम माहेश्वरी डी साब, मनीष मामा, विधानसभा प्रवक्ता एडवोकेट राहुल परिहार, सर्वेश सिसौदिया, श्याम राठौड़ सैंडी, शमशेरसिंह पटेल, बारिक कुरैशी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों से आए हुए कार्यकर्ता शामिल हुए।

Leave A Reply

Your email address will not be published.