पत्नी व डेढ़ वर्षीय बेटी से दहेज के लिए की जमकर मारपीट

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झाबुआ। इंसाफ के लिए दर दर भटक रही एक महिला, जिसके हाथ में एक डेढ़ वर्ष की छोटी सी बालिका का है। महिला के पति और सुसराल वाले उसे मारते पीटते है यहां तक की डेढ़ वर्ष की छोटी बालिका को भी मारते है। 12 जनवरी को महिला के साथ रात्री के समय उसके पति और सास से मारपीट की। मारपीट इतनी खतरनाक की गई कि महिला के सिर में गंभीर चोट लगी और उसका उपचार परिजनों ने खरडू ले जाकर करवाया। वहीं छोटी से बालिका भी जख्मी हो गई। डेढ वर्ष की बालिका के चेहरे पर आज भी मार के निशान दिख रहे है। 12 जनवरी को झाबुआ में कायमी होने के बाद कोई कार्रवाई नहीं होने पर महिला ने एसपी से शिकायत की जिसके बाद पुलिस ने बुधवार को एक ओर आवेदन ले कर दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज किया। सुसराल वाले दहेज की मांग कर रहे है तथा आए दिन महिला को प्रताडि़त करते है। वर्ष 2013 में महिला संगीता टांक का विवाह पेटलावद निवासी जयदीप टांक के साथ हुआ था। एक वर्ष तक तो सब कुछ अच्छा चला, जिसके बाद जयदीप और उसकी मां महिला के साथ मारपीट करने लगे। वर्ष 2015 में महिला के साथ जयदीप और उसके परिवार वालों ने बुरी तरह से मारपीट की जिस कारण संगीता को कई दिनों तक दाहोद में भर्ती रख कर उपचार किया गया, जिसके बाद फरवरी 2015 में दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ किन्तु कुछ ही समय बाद से संगीता के साथ मारपीट का सिलसिला पुन: प्रारंभ हो गया। 12 जनवरी की रात्री में तो संगीता और उसकी बच्ची को भी मारा गया बच्ची को मार खाते मां नहीं देख पाई और इसकी सूचना खरडु में रहने वाले अपने भाई को दी तो भाई अपने साथियों के साथ रात में ही पेटलावद आया और अपनी बहन संगीता को अपने साथ खरडू ले गया, जहां उसने बहन का इलाज करवाया और इसके बाद झाबुआ आकर रिपोर्ट दर्ज करवाई गई जिस पर झाबुआ पुलिस ने जीरो पर कायमी कर केस पेटलावद भेज दिया जिसके बाद पेटलावद में महिला के एक बार बयान हुए और कार्रवाई कुछ नहीं हुइ।
एसपी से की शिकायत-
थाने में कमजङ्क्षर धाराओं में केस दर्ज होने और कार्रवाई कुछ नहीं होने पर संगीता ने मंगलवार को मजबूरन एसपी से जनसुनवाई में शिकायत की और बताया की पुलिस के द्वारा कमजोर धाराओं में केस दर्ज किया गया है और कार्रवाई कुछ नहीं की जा रही है जिस पर एसपी महेशचंद्र जैन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पेटलावद टीआई लोकेंद्रसिंह ठाकुर को निर्देश दिए की महिला से आवेदन ले कर दहेज प्रताडऩा का केस दर्ज किया जाए और एसपी ने संगीता को आश्वस्त कर पेटलावद रिपोर्ट लिखाने के लिए भेजा। बुधवार को सुबह से आ कर थाने पर बैठने के बाद संगीता की रिपङ्क्षर्ट नहीं लिखी जा रही थी। बहाने बनाए जा रहे थे। साहब बाहर है, कोई अधिकारी नहीं है। टीआई साहब आ गए तो उनका कहना है झाला आ कर रिपोर्ट दर्ज करेंगे। मजबूरन दोपहर 2 बजे संगीता के भाई ने एक बार पुन: एसपी जैन को फोन लगाया,और एसपी जैन ने टीआई से चर्चा की और तुरंत रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश दिए जिसके बाद कहीं जाकर संगीता से आवेदन ले कर रिपोर्ट दर्ज की गइ।
इस संबंध में टीआई लोकेंद्र सिंह ठाकुर से चर्चा की गई तो उनका कहना है कि एसपी के निर्देश पर 498 में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अपनी ओर से पूरी कार्रवाई कर रही है। संगीता का कहना है कि मैं तो मार खा कर भी जी रही थी किन्तु अब मेरी बेटी के साथ हो रहे दुव्यवहार को मैं सहन नहीं कर पा रही हूं। अब में चाहती हूं जिन्होंने मेरी बेटी और मेरे साथ बुरा किया है उनको सजा मिले। यह लड़ाई में आखरी तक लडूंगी।