पंचायती राज के अधिकार लेने के लिए प्रतिनिधि पहुंचे जंतरमंतर, दिया धरना

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धरने कार्यक्रम को संबोधित करते दिग्विजयसिंह
धरने कार्यक्रम को संबोधित करते दिग्विजयसिंह
धरने में मौजूद जनप्रतिनिधि
धरने में मौजूद जनप्रतिनिधि

झबुआ लाइव के लिए जीतेन्द्र राठौर की रिपोर्ट-
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा त्रि-स्तरीय पंचयती राज के अधिकार छीने जाने के विरोध मे मध्यप्रदेश की पंचयतों, जनपदों और जिला पंचायत के प्रतिनिधियों के अधिकार वापस देने के लिए पिछले 2 वर्षो से मप्र में चली आ रही पंचायत प्रतिनिधियो की मांग पूरी नहीं होने पर पंचायत प्रतिनिधियों ने नईदिल्ली पहुंचकर अपने अधिकरों के लिए जन्तर मन्तर पर धरना दिया। धरने को संबोधित करने के लिए मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्गविजयसिंह पहुंची। इस दौरान श्री सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का सपना साकार करते हुए सर्वप्रथम पूरे देश में पंचायती राज की स्थापना की गई थी, इसके लिए सभी अधिकार पंचायतों को दिए गए थे। मप्र के पूर्व सीएम श्री सिंह ने केंद्र सरकार से पंचायती राज वापस देने की बात कहीं। इस दौरान झाबुआ जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया ने कहा कि मप्र सरकार ने प्रजातंत्र को सरकारी तंत्र बनाकर रख दिया है। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई पिछले दो वर्ष से लड़ी जा रही है और आगे भी जारी रहेगी। कलावती भूरिया ने चेतावनी देते हुए कहा कि हमारी मांगे नहीं मानी गई तो हम पंचायतों पर ताला लागा देंगे। धरने में झाबुआ से चंद्रवीरसिंह, सारंगी से सांसद प्रतिनिधि प्रदीपसिंह तारखेड़ी, विजय दरबार, राजेश कासवा, कलावती गेहलोत, पूर्व विधायक वीरसिंह भूरिया, रूपसिंह डामोर, अनसिंह दयमा, राधेलाल वसुनिया, भंवरसिंह सेमलिया, कालू भाबर, तेजू सिंगाड़ समेत क्षेत्र के सैकड़ों जनप्रतिनिधियों ने दिल्ली पहुंचकर कार्यक्रम का सफल बनाया।