थांदला रोड रेलवे स्टेशन है या असामाजिक तत्वों का अड्डा

May

झाबुआ लाइव के लिए थांदलारोड से बुरहानुद्दीन जादलीवाला की रिपोर्ट

पिछले कुछ माह से लगातार वारदाते बढ़ती जा रही हे लेकिन पुलिस रिकॉर्ड में कुछ भी नहीं हैं, क्योकि पीडि़त रिपोर्ट नहीं करते। आज जब डाउन पार्सल आने के संकेत हो गए तब आदिवासियों का एक समूह आकर पार्सल से यात्रा करने वाली एक लड़की का जबरन उठाके ले गए। लड़की के परिवार वालों और उठाने आये लोगों के बीच जमकर पत्थर बाजी हुई। क्या रेलवे पुलिस ऐसे समय अपनी ड्यूटी नहीं निभा सकती? यदि इस पत्थरबाजी में दूसरे निर्दोष यात्री घायल होते है तो इसका जवाबदार किस पर होगी यात्री रिपोर्ट नहीं करने का कारण भी उचित है। आर पी एफ चौकी है पर वो पीडि़त की रिपोर्ट लिखते नहीं है और जीआरपी की यहां न चौकी हे न स्टाफ आता।