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अलीराजपुर लाईव के लिये सोंडवा से योगेन्द्र राठौड-
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आज जल झुलनी एकादशी पर भगवान श्री कृष्ण की झाकी निकाली गई जो प्रमुख मार्ग से होते हुए निकली ।बैड बाजो के साथ श्रदृालु “हाथी घोडा पालकी,जय कंहयालाल की” के नारो के साथ श्रदृालुओ ने भगवान श्री कृष्ण को नगर भ्रमण करवाया ।रंग गुलाल से सडक पट गई ।बडे तो बडे बच्चे भी पिछे नही रहे रंग- गुलाल के साथ कृष्ण भक्ति मे रम गये। हर जगह महिला ओ ने कृष्ण की मुर्ती की पुजा कर सुख- समृदृि का आर्शीवाद मॉगा ।लक्ष्मी नारायण मंदिर से शुरु हुई यात्रा का समापन अंखड नदी मे भगवान के स्नान के बाद आरती व प्रसाद वितरण कर किया गया।
जानिए डोल ग्यारस पर्व का महत्व..
हिन्दू धार्मिक ग्रंथों और मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु करवट बदलते हैं इसीलिए यह ‘परिवर्तनी एकादशी’ भी कही जाती है। इसके अतिरिक्त यह एकादशी ‘पद्मा एकादशी’ और ‘जलझूलनी एकादशी’ के नाम से भी जानी जाती है। इस दिन को व्रत करने से वाजपेय यज्ञ का फल मिलता है ।