झाबुआ जिले में हुई 40 दिनों में तैयार होने वाली फसल की खोज

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03मेघनगर। मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले में अल्प बारिश एवं सबसे कम समयावधि में तैयार होने वाले खाद्यान बीज की खोज कर ली गई है। जवाहरलाल नेहरू कृषि विष्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को दी गई जवाबदारी के अनुसार प्रगति संस्था में कार्यरत किसान बहादूर कटारा निवासी पांच खेरिया तहसील थांदला जिला झाबुआ विगत 7 वर्षो से कम वर्षा एवं कम समय में तैयार होने वाले खाद्यान्नों के बारे में खोज की जा रही थी, जिसमें बहादुर ने बताया कि सीणा सबसे गुणवत्ता वाला बीज जिसकी उपज सिर्फ 40 दिन में ली जा सकती है। इसकेे अलावा हामली 50 दिन, बट्टी 45 दिन, बाजरा 70 दिन, कोदरा 80 दिन, कुरी 60 दिन, सीणो 40 दिन एवं बावटा 110 दिन में और कम वर्षा में तैयार होने वाली फसल है।

सीणो खाद्यान्न बीज – सीणो खाद्यान बीज सबसे कम समय 40 दिन में पकने वाला आदिवासियों का पारम्पारिक खाद्यान है सबसे बड़ी विषेशता है कि मौसम रब्बी एवं खरीफ की फसलों के साथ इसकी उपज ली जा सकती है तथा साल में तीन मर्तबा इसकी फसल ली जा सकती है। कोदरा खाद्यान बीज भी 70 से 80 दिनों में तैयार होने वाली फसल है जो कम वर्षा में अधिक पैदावर ली जा सकती है। भादली 40 से 45 दिन। इस खाद्यान बीज को 20 वर्षो तक संचित कर रखा जा सकता है खराब या सड़ने में नही आता है।

01हामली खाद्यान बीज – हामली खाद्यान बीज की बोवनी कम बारिश में भी हो जाती है तो भी भरपूर फसल पैदा की जा सकती है, एक पानी मिलने के बाद ओस की नमी से फसल तैयार हो जाती है। किसान बहादूर का कहना है कि प्रगति संस्था मेघनगर के माध्यम से उपरोक्त बीजोें में मौजूद गुणवत्ता की जांच हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र झाबुआ भेजा गया है जहां से कृषि अनुसंधान केन्द्र दिल्ली को भेजा गया है।

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