जिलेभर में महावीर जयंती पर निकली प्रभात फेरी

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झाबुआ लाइव डेस्क-  महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव (महावीर जयंती) की जिले के सकल जैन समाज को कांग्रेस द्वारा बधाई दी गई है एवं अपने संदेश में कहा है कि यह पर्व समाजजनों द्वारा हर्षोल्लास के साथ मनाई। इस दौरान सांसद कांतिलाल भूरिया ने कहा कि भगवान महावीर स्वामीजी ने सारे विश्व को जियो और जीने दो का नारा दिया और सद्भाव, शांति, प्रेम तथा एकता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आज सारे विश्व को महावीर स्वामीजी के सिद्धांतों का पालन करने की आवश्यकता है। जिससे हम विश्व में आंतकवाद, आपसी भेदभाव एवं संघर्ष से बच सकते है। जिला पंचायत एवं जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष सुश्री कलावती भूरिया ने सभी जैन धर्मावलंबियों को पर्व की बधाई देते हुए कहा कि महावीरजी के सिद्धांतों पर चलने वाला व्यक्ति कभी भी हिंसक नहीं हो सकता है। आपने कहा कि महावीर के विश्व शांति, अहिंसा, प्रेम, वात्सल्य के संदेश पर चलकर हम विश्व, राष्ट्र, समाज एवं जिले में षांति, सद्भाव एवं विष्वास स्थापित कर सकते है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता ने सभी समाजजनों को यह पर्व उल्लास के साथ तथा विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों के साथ मनाए जाने की बात कहीं।
2जितेंद्र राठौड़, झकनावदा। जैन समाज के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर के जन्म कल्याणक महोत्सव पर झकनावदा में प्रभात फेरी निकाली गई जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीणजन शामिल हुए और भगवान महावीर की जय-जयकार करते हुए पूरे नगर में प्रभात फेरी निकाली गई जिसमें जैन महिला मण्डल, नवयुवक मण्डल, सभा एवं कन्या मंडल, बालक मण्डल के बच्चे-बच्चियां आदि सम्मिलित हुए। प्रभात फेरी में बालक मण्डल अहिंसा का ध्वज लिये आगे चल रहे थे। प्रभात फेरी नगर मेंं घुमकर जैन मन्दिर पहुंची वहां पर भगवान महावीर की आरती हुई तत्पश्चात वहां से तेरापंथ सभाभवन में महावीर वंदना कर कार्यक्रम का समापन किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

त्रिशलानंदन वीर की जय बोलो महावीर की से गुंजा नगर
1लोकेेंद्र चाणोदिया, बामनिया। महावीर जयंती को लेकर पिछले आठ दिनो से युवओं में खासा उत्साह था। जिसकी परीणीती महावीर जयंती मंगलवार के रोज प्रात: 8 बजे प्रभात फेरी में जुलूस की भव्यता में देखने को मीली, मंगलवार प्रात: 8 बजे से ही युवा और वृद्धो सभी में उत्साह देखा गया। प्रात: 8 बजे भव्य जुलूस गुरू मंदिर से प्रारंभ हुआ जिसमे त्रिशलानंदन वीर की जय बोलो महावीर के नारों से सारा नगर गूंज उठा। जुलूस नगर के प्रमुख मार्ग महावीर मार्ग, माताजी चौराहा, प्रशांत-प्रिंस मार्ग होता हुआ महावीर स्वमी मंदिर पहुचा जहा भगवान महावीर स्वामी की आरती की गई। इसके बाद जुलूस पुन: गुरू मंदिर पहुंचा जहा भगवान की आरती उतारी गई। जुलूस में जगह-जगह गवली की गई एवं जुलूस का स्वागत माताजी चौराहे पर कमल कुमार चोपडा एवं नानालाल चाणोदीया द्वारा किया गया। शाम को सकल जैन का स्वामी वात्सल्य रखा गया। स्वामी वात्सल्य पश्चात रतलाम की पार्टी द्वारा शानदार भजन की प्रस्तुती दी गई। समस्त आयोजनो में जैन नवयुवक मण्डल का सराहनीय योगदान रहा।
भगवान महावीर का जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
4रितेश गुप्ता, थांदला – प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी महावीर जन्म कल्याणक संपूर्ण जैन समाज के द्वारा हर्ष उल्लास के साथ मनाया। प्रात: प्रभातफेरी निकाली गई जिसमें श्रावक वर्ग सफेद, महिला वर्ग केसरिया वस्त्र पहने हुए जयकारों के साथ नारे लगाते हुए चल रहे थे। छोटे-छोटे बालक-बालिकाओं में भी अत्यंत उत्साह दिखाई दे रहा था। जगह जगह पर प्रभात फेरी का स्वागत हुआ। प्रभातफेरी नगर के पौषध भवन से शुरू होकर नगर के विभिन्न मार्गो से होते हुए दिगम्बर जैन मंदिर पहुंची, वहां से केशरीयानाथ जैन मंदिर होते हुए पौषध भवन पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित हो गई। सभा को स्थानकवासी श्रावक संघ अध्यक्ष रमेश चौधरी, मूर्ति पूजक संघ के अध्यक्ष कमलेश दायजी, विनय छिपानी, दिगम्बर समाज के बाबूलाल भीमावत आदि ने संबोधित किया। अणु आराधना मंडल एवं श्रीमती आभा पीचा ने स्तवन प्रस्तुत किया। प्रभातफेरी के पूर्व नवकारसी की व्यवस्था महावीर भवन में जैन सोश्यल ग्रुप द्वारा की गई। सकल श्रीसंघ द्वारा जगह-जगह प्रभावना वितरित की गई। एक्सीलेंट ग्रुप द्वारा स्वागत किया गया। महावीर जन्म कल्याणक के शुभ अवसर पर दायजी परिवार द्वारा इस वर्ष भी थांदला रोड रेलवे स्टेशन पर शीतल पेयजल व्यवस्था का शुभारंभ किया गया और सभी से इस सेवा कार्य में सहयोग करने की बात कहीं। तीर्थंकर भगवान के पंचकल्याणक होते हैं चरम तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के पंचकल्याणक पर प्रकाश डालते हुए वरिष्ठ स्वाध्यायी भरत भंसाली ने कहा कि तीर्थंकर भगवान का जन्म होता है तो सभी गति के जीवों को कुछ न कुछ प्राप्त होता है। भगवान महावीर ने सत्य, अहिंसा, संयम, तप का उपदेश देकर प्राणीमात्र को तारने का कार्य किया तथा कई भव्य आत्माएं भगवान की वाणी से प्रभावित होकर जिनशासन की प्रभावना कर रही है उनमें से एक आत्मा का जिनका इस पावन भूमि थांदला में जन्म हुआ है, आचार्य भगवंत जिनशासन गौरव पूज्य गुरूदेव उमेशमुनिजी म. सा. ने आज ही के दिन संसार मार्ग को त्यागकर संयम की ओर अग्रसर हुए थे। कार्यक्रम का संचालन प्रदीप गादिया और आभार व्यक्त राजेन्द्र व्होरा द्वारा किया गया ।