जन धन के खातों मे हुई धन की बारिश, जमा हुए 25 करोड़ रुपए

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- लीड बैंक मैनेजर अरविंद कुमार
– लीड बैंक मैनेजर अरविंद कुमार

झाबुआ लाइव के लिए झाबुआ से दिनेश वर्मा की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट-
विगत 8 नवंबर की रात 500-1000 रुपए की नोटबंदी के बाद अचानक झाबुआ जिले के जन धन खातों में बम्पर राशि जमा हुई है। विगत 8 नवंबर को जहां जन-धन योजना के कुल 1 लाख 70 हजार 847 खातों में 1 करोड़ 75 लाख रुपए जमा थे वहीं महज 20 दिनों मे ही इन खातों मे जमा राशि अब बढ़कर 25 करोड़ हो गई है यानी इन खातों मे नोटबंदी के बाद 23 करोड़ 25 लाख रुपए की राशि जमा हुई है। अब अचानक हुई इस बढ़ोतरी को अलग अलग नजरिऐ से देखा जा रहा है।
70 खातों मे 100 से कम राशि थी –
झाबुआ जिले के जन-धन खातों मे महज 20 दिनों मे 23 करोड़ 25 लाख रुपये जमा हो जाने को सवाल उठने शुरु हुए है। यह सवाल उठना लाजिमी भी लगते है क्योकि 8 नवंबर को नोटबंदी के ऐलान के पहले कुल 1 लाख 70 हजार 847 खातों मे से 70 फीसदी खातों मे 100 रूपए से कम जमा था। जिले के लीड बैंक मैनेजर अरविंद कुमार कहते है कि यह बात सही है कि 70 फीसदी खातों मे 100 रुपये से कम जमा था लेकिन 20 दिन बाद अब एवरेज प्रति खाता 2 हजार रुपए के आसपास जमा हो चुका है कुछ में कम तो कुछ में अधिक जमा भी हुआ है।
सहकारी बैंकों में 6 दिन मे 15 करोड़ जमा-
झाबुआ के लीड बैंक मैनेजर अरविंद कुमार कहते है कि नोटबंदी के बाद झाबुआ जिले मे 10 नवंबर से 16 नवंबर के बीच सहकारी बैंकों में 15 करोड़ रुपया जमा हुआ है, लेकिन 16 नवंबर के बाद 500-1000 के नोट जमा नहीं करने के आदेश के बाद सहकारी बैक जमा नहीं कर पाई।
झाबुआ जिले मे बंपर नोट जमा हुए-
झाबुआ जिले मे कुल 13 नेशनल बैंकै काम करती है एक नर्मदा-ग्रामीण बैंक और 1 सहकारी बैंक है इस तरह 15 तरह की बैंक काम करती है जिनकी जिले भर मे कुल 65 शाखाएं है। इन सभी बैंकों के आंकडों पर नजर रखने वाले लीड बैंक मैनेजर अरविंद कुमार ने बताया कि झाबुआ जिले की सभी श्रेणियों में 8 नवंबर की नोटबंदी एलान के पहले 1500 करोड़ रुपये का डिपॉजिट था जो महज 20 दिनों मे नोटों के एक्सचेंज अभियान के खत्म होने के बावजूद इस समय 1610 करोड़ रुपए है यानी झाबुआ जिले मे कुल 110 करोड़ रुपया पब्लिक की और से डिपॉजिट हुआ है और इन 110 करोड़ में से 23 करोड़ 25 लाख रुपया जन धन योजना के खातों के जरिए आया है यह डिपॉजिट इस मायने में बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है कि इस दौर में न सिर्फ नोट एक्सचेंज किए गए, बल्कि लोगों ने कम मात्रा में ही सही अपने डिपॉजिट निकाले भी है।
कांग्रेस को भाजपाईयों पर शंका
जनधन खातों मे अचानक 23 करोड 25 लाख रुपये जमा होने पर कांग्रेस को शंका है कि इनमें से अधिकांश रुपया भाजपाई का है जिन्होंने जन धन खाता धारकों की गरीबी ओर अज्ञानता का फायदा लालज देकर उठाया है। युवक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष आशीष भूरिया यह आरोप लगाते हुऐ जन धन योजना के खातों मे जमा हुए रुपयों की सीबीआई जांच की मांग की है। वहीं भाजपा के जिलाध्यक्ष दौलत भावसार का कहना है कि ष् पीएम नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी के दो साल पहले 20 करोड़ से अधिक जन धन खाते क्यों खुलवाए? यह समझने वाली बात है क्योंकि मोदी जी देश के गरीबों को बैंकिंग सिस्टम और देश के समग्र विकास की मुख्य धारा में लाना चाहते थे।

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