चल समारोह मे प्रदेश के राजनेताओं ने की शिरकत

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संबोधित करते प्रदेशाध्यक्ष चोहान
संबोधित करते प्रदेशाध्यक्ष चोहान

झाबुआ । नगर में षारदेष नवरात्री के प्रथम दिन राजगढ नाका मित्र मंडल द्वारा आयोजित 26वें नवरात्री चल समारोह मे शामिल होने के लिए आध्यात्मिक संत मां कनकेष्वरीजील, प्रदेष भाजपा अध्यक्ष नंदकुमारसिंह चोहान, प्रदेश के सस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटवा, रतलाम विधायक चैतन्य कश्यप, भाजपा संभागीय संगठन मंत्री शैलेन्द्र बरूआ, रतलाम ग्रामीण विधायक मथुरालाल, सैलाना विधायक संगीता चारेल, जिला पंचायत रतलाम अध्यक्ष प्रमेश मेडा, विधायक निर्मला भूरिया, शांतिलाल बिलवाल, पूर्व ननि महापौर रतलाम शैलेन्द्र डागा, आदि उपस्थित थे स्थानीय बस स्टैंड पर नवरात्री उत्सव के प्रथम दिन निकले चल समारोह एवं देश के विभिन्न राज्यो से आये कलाकारों एवं उनके दलों की सांस्कृति प्रस्तुतियों को निहारा तथा सभी ने एक स्वर में इस आयोजन की प्रशंसा की।
राम ने भी आदिवासी समाज की सहायता ली: कनकेश्वरी
इस अवसर पर मां कनकेश्वरी ने कहा कि एक तपस्वी की तरह आयोजको के मां के इस पर्व में मेहनत करके एक इतिहास का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि मां पावागढ़वाली साक्षात स्वरूप मे जनसैलाब के रूप में उपस्थित होकर सभी को दर्शन दे रही है। उन्होने कहा कि अनादि काल से सस्कृति के स्वरूप को बनाये रखने में आदिवासी समाज का बडा ही योगदान रहा है। राम ने भी आदिवासी समाज की सहायता प्राप्त की थी। आदिवासी चारहे गरीब कहलाया जाता हो किन्तु उसमे जो वैभव रूपी सम्पदा विद्यमान है वह किसी के पास नही है। भगवान ने स्वयं भी आदिवासी समाज से सहायता के लिये हाथ फैलाये थे।मां कनकेश्वरी ने कहा कि आदिवासी संस्कृति की सुरक्षा एवं धर्म की रक्षा के लिऐ पदाधिकारियो, राजनेताओ, सत्ताधारियो को आगे आकर सहयोग देना होगा। भारत की संस्कृति विश्व की सबसे श्रेष्ठतम संस्कृति है। उन्होने चल समारोह में एकत्रित लोगों की भीड देख कर कहा कि आज इस विराट स्वरूप को देख कर उन्हे स्वयं मां का साक्षात्कार हुआ है।
राज्य स्तरीय उत्सव बनाने की मांग
इस अवसर पर नंदकुमारसिंह चोहान ने इस कार्यक्रम को लघु भारत के दर्शन का आयाम बताते हुए कल्यना से भी बहुत आगे निकल गया है। झाबुआ के इस चल समारोह ने पूरे प्रदेश एवं देश में कीर्तिमान बनाया है। आज यहां पूरे देश की संस्कृति के अनेक स्वरूपों को देख कर वे बडे आल्हादित हुए है। माता के प्रति आस्था का यह स्वरूप निश्चित ही महत्वपूर्ण है कि मां कनकेश्वरी जेसी आध्यात्मिक संत स्वयं यहा पधारी है। उन्होने मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप मे उपस्थित प्रदेश के संस्कृति राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटवा से इस आयोजन को राज्य के संस्कृति विभाग से राज्य स्तरीय उत्सव बनाने की मांग की।
अनूठा संस्कृतिक कार्यक्रम: पटवा

कार्यक्रम मे मोजूद अपार जनसमुदाय
कार्यक्रम मे मोजूद अपार जनसमुदाय

प्रदेश के संस्कृति राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटवा ने इसे लघु भारत बताते हुए इसे अनूठा संास्कृतिक कार्यक्रम बताया और प्रदेश के मुख्यमंत्री से परामर्श कर इस उत्सव को भी राज्य उत्सव मे शामिल करने की घोषणा की । उन्होने झाबुआ के इस आयोजन के बारे मे कहा कि आगामी वर्ष में राज्योत्सव का दर्जा दिये जाने के संकेत दिए। कार्यक्रम का सफल संचालन सुनील शर्मा ने किया। इस मोके पर नपा अध्यक्ष धनसिंह बारिया, महामंत्री प्रवीण सुराणा, मनोहर सेठिया, कमलेश दांतला, राजू डामोर, सांमतसिंह सोलंकी के अलावा कलेक्टर डा अरूणा गुप्ता एवं पुलिस अधीक्षक संजय तिवारी भी उपस्थित थे।

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