ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपकर सीईओ पर लगाए जातिसूचक व 4 हजार के कमीशन मांगने के आरोप

May

झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
प्रधानमंत्री समग्र स्वच्छता अभियान चला रहे है और प्रधानमंत्री की इस मंशा को ग्रामीण जन पूरा करने के लिए घर-घर शौचालय निर्माण कर रहे है किन्तु यह अधिकारियों को रास नहीं आ रहा है। वह काम करवाना तो दूर उसमें रोड़ा बन रहे है। इसी प्रकार का एक मामला ग्राम पंचायत कसारबर्डी का आया है जिसमें ग्रामीणों ने एसडीएम के नाम एक ज्ञापन तहसीलदार अंतरसिंह कनेश को दिया, जिसमें ग्रामीणों ने बताया कि जनपद पंचायत सीईओ अविन्द्रसिंह यादव के द्वारा अभद्र व्यवहार और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर शौचालय निर्माण में 4 हजार रुपए कमीशन की मांग की गई। इस प्रकार की शिकायत की है। ग्रामीणों का कहना है कि शुक्रवार को सीईओ यादव ग्राम कसारबर्डी में निरीक्षण के लिए आए थे और उन्होंने हितग्राही और साथ वाले ग्रामीणों को गाली गलोच की और जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया। ग्रामीणों ने कहा की सीईओ साहब बोले तुम भिलडे और शौचालय भी भिलडे जैसे बनाए है। मैं तुम्हारे शौचालय के पैसे नहीं दूंगा, और अगर दूंगा तो मुझे 4000 रूपए का कमीशन चाहिए। इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग कर हमारी मान मर्यादा को क्षति पहुंचाई है जिसके लिए ग्रामीणों की मांग है कि एसडीएम साहब स्वयं मौके पर आकर शौचालयों का निरीक्षण करे।
सीईओ ने किया आरोपों को खारिज-
इस संबंध जनपद पंचायत सीईओ यादव से चर्चा की गई तो उनका कहना है कि मेरे ऊपर लगाए गए आरोप मनगढ़त है। मेरे द्वारा इस प्रकार कोई गलत शब्दों का प्रयोग नहीं किया गया है। ग्रामीणों द्वारा एक ही होद के अंदर पांच शौचालयों का कनेक्शन कर दिया गया, जिसके लिए उन्हें मना किया। क्योंकि ऐसा करने पर भुगतान कैसे हो सकता है। इसके आगे जो भी कलेक्टर निर्देश देंगे, उस अनुसार काम किया जाएगा। इसके साथ ही ग्रामीणों द्वारा मुझे घेर लिया गया था.