अलीराजपुर आजतक के लिऐ कठिठवाडा से गोपाल राठोड की रिपोर्ट ॥ कागज पर बनी सरकारी योजनाएँ सुदूर ग्रामीण अंचल मे जमीन पर किस तरह से आकार लेती है इसकी बानगी देखना हो तो आप कठिठवाडा इलाके मे चले आईये..यहाँ आपको सभी तरह का गडबडझाला मिल जायेगा । प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना का आलम यह है कि यहाँ सडको की गुणवत्ता को ताक पर रखकर काम किया जा रहा है । कठिठवाडा मार्ग से काबरीसेल मार्ग निर्माण जिसकी दूरी मात्र 0.78 किमी है वह सडक बनी तो थी पांच साल की गांरटी में लेकिन पांच सप्ताह भी नही चल पाई है ओर लगभग पूरी तरह उखड गई है
बोड॔ मे भी अधूरा विवरण—सड़क निर्माण के बारे मे जो जानकारी लिखी गई है उसमे निर्माण कब तक पूण॔ होना है इसकी तिथी नही लिखी गई है निर्माण शुरु होने के तिथी बोड॔ में 20/02/12 है ठेकेदार फम॔ इंदौर की “श्रीइन कार्पोरेशन है ।
ग्रामीणों ने लगाये अनियमिता के आरोप —अपने गांव की सड़क बनने के पांच सप्ताह मे ही उखडने से इलाके के ग्रामीण ओर जनप्रतिनिधि बेहद खफा है ओर निर्माण मे आर्थिक अनियमिताओ के आरोप लगा रहे है काबरीसेल के ही जनप्रतिनिधि “भारचंद्र भूरिया” ने इस अनियमिता की शिकायत कलेक्टर ओर प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अधिकारियों से की है ।