झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट- बुधवार को नगर परिषद के द्वारा किए गये हाकर्स जोन की जमीन पर तार फैंसिंग का मामला गुुरूवार को पुन: नये रूप में उबर कर सामने आया जब सेकडो गुमटीधारियों नेतृत्व करते हुए पूर्व एवं वरिष्ठ पार्षद सुरेन्द्र भंडारी एसडीएम कार्यालय पहुंच कर गरीबों की हित के लिए लड़ाई लडऩे के लिए मैदान में उतरे।
मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
गुमटीधारियों के द्वारा एसडीएम सीएस सोलंकी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर बताया कि गरीब गुमटीधारी लोग जो कि विभिन्न वर्ग के होकर नगर परिषद के द्वारा बेशकीमती भूमि पर दुकान बनाने के लिए गरीबों की रोजी-रोटी छीनी जा रही है, यदि परिषद के द्वारा गुमटीधारियों को बेठने की व्यवस्था नही की गई तो लगभग 100 से अधिक गरीब परिवारों को भूखों मरने की नौबत आ जाएगी। इस लिये मुख्यमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करने औेर गरीबों की रोजी-रोटी नही छिनने की मांग की गई।
की नारेबाजी
गुमटीधारियों के द्वारा एसडीएम कार्यालय में पंहुचने से पुर्व नगर परिषद एवं प्रशासन के विरोध जमकर नारेबाजी की। जिसके चलते पूरा प्रशानिक अमला हरकत में आ गया। ज्ञापन सौंपकर गुमटी धारियों के द्वारा अगर जल्द मामले का निराकरण नही किया गया तो आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
शुलभ काम्पलेक्स का भी उठा मुद्दा
इसके साथ ही भंडारी के साथ मिलकर गुमटी धारियों ने माही कॉलोंनी मार्ग पर बने रहे शुलभ शौचालय को अन्य स्थान पर बनाने की मांग भी कि है। ज्ञ् गौरतलब है कि इस शुलभ शौचालय को लेकर ही परिषद ने गुमटी धारियों के साथ ज्यादती की है। जबकि इस शौचालय को यहां बनाने के पीछे का राज अब तक किसी को भी समझ नही आया है। यहां दूरदराज तक ऐसा कुछ नही हे जिसके कारण इस शौचालय का निर्माण किया जा रहा हो। गरीबों को आरोप है कि यहां केवल अपनी लक्ष्मी प्राप्त करने के लिये ही परिषद निर्माण करवा रही है। जबकि नगर परिषद के द्वारा जिस स्थान पर शुलभ काम्पलेक्स बनाया जा रहा है वह स्थान उपयोगी नही होकर शासन का पेसा बर्बाद हो रहा है। वहीं शुलभ काम्पलेक्स को गांधी चोक स्थित यात्री प्रतीक्षालय के आसपास बनाए जाने की मांग जोर पकड रही है। क्योंकि गांधी चौक में बाहर से आने वाले यात्रियों एवं महिलाओं के लिये कोई व्यवस्था नही होने से परेशानी का सामना करना पड़ता है।