एक करोड़ की नल-जल योजना चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट, ग्रामीणों को नहीं मिल योजना का लाभ

May

जितेंद्र वाणी, नानपुर
नानपुर वासियों के लिए ग्राम पंचायत ने जन सहयोग से एक करोड़ रुपए की नल-जल योजना शुरू की इसका मकसद था कि ग्रामीणों को पानी की किल्लत का सामना नहीं करना पड़े। लेकिन अब भ्रष्टाचार व जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते ग्रामीणों को गरमी में पानी नहीं मिल पा रहा है जिससे ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि करोड़ों रुपए की लागत से नल-जल की पाइप लाइन कुछ रसुखदार लोगों के यहां डाल गई दी जबकि अन्य ग्रामवासी इससे अभी भी मेहरूम है, और वे अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे हैं। मई की भीषण गरमी में महिलाएं सुबह 4 बजे से पानी की जुगात में उठ जाती है और जैसे-तैसे पानी की पूर्ति करती है। वहीं ग्राम के अन्य रहवासी भी दिन-भर पानी की पूर्ति में अपना समय गंवा रहे हैं। जबकि ग्राम के लोगों को बुनियादी सुविधाएं भी नसीब नहीं हो पा रही है। इसके लिए विधायक मुकेश पटेल को इसकी शिकायत की थी जिसके बाद सडक़ को उखाडक़र पाइप लाइन डाली गई और ग्राम की सडक़ गड्ढों में तब्दील हो गई इसका रिपेयरिंग का कार्य भी नहीं हो रहा है जिससे राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जगह-जगह गड्ढे हो जाने से दुर्घटनाओं में भी इजाफा हो रहा है। लेकिन जिम्मेदार ठेकेदार को बड़ी दुर्घटना का इंतजार है।
इसके इतर मेंटेनेंस का कार्य चल रहा है जबकि इसके विपरीत नलों में पानी नहीं आ रहा है और मैंटेनेंस के नाम पर फर्जी बिल लगाकर राशि वसूल की जा रही है। सूत्र बताते हैं कि नलों में पानी अक्टूबर या नवंबर माह में है आने का बताया गया था लेकिन 6 माह के बाद भी नलों में पानी नहीं आने से लोग परेशान हो रहे हैं और सरकार के प्रति नाराज जनता जन आंदोलन भी कर सकती है।
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