तहसीलदार ने किया 3 दुकानों का निरीक्षण
झाबुआ लाइव के लिए मेघनगर/रंभापुर से भूपेंद्र बरमंडलिया की रिपोर्ट- मेघनगर विकासखंड के अंतर्गत आने वाली उचित मूल्य दुकानों पर गरीबों को मिलने वाला अनाज जिसमें कीड़े देखने को मिले। झाबुआ लाइव प्रतिनिधि द्वारा उक्त मामले की जानकारी जब मेघनगर तहसीलदार केएस गौतम को दी गई तो वे तुंरत ही रंभापुर, काजलीडूंगरी और मदरानी दुकानों पर निरीक्षण हेतु पहुंचे जहां पर तहसीलदार साहब ने खराब अनाज को वापस करने के सेल्समैनों को निर्देश दिये और बताया कि ऐसा खराब अनाज नहीं देना चाहिए। ऐसे में जब ग्रामीणों से चर्चा गई तो उन्होंने बताया कि हमारे मवेशी भी ऐसे अनाज को नहीं खाते हैं और ऐसा अनाज हमें दिया जा रहा है। ऐसे में खाद्यान्न अधिकारियों की भारी लापरवाही के कारण गरीबों को खराब अनाज खाने को भी मजबूर होना पड़ रहा है। मगर आज दिन तक खाद्यान्न अधिकारी के द्वारा न तो अनाज की जांच की गई है और न ही दुकानों की। ऐसे में एक ओर शासन के द्वारा 1 रुपए किलो गेहूं एवं 1 रुपए किलो चावल दिए जा रहे हैं। मगर यहां के खाद्यान्न अधिकारियों की लापरवाही कहे या सांठगांठ किंतु मजबूरी में इन गरीब जनता को ले जाना पड़ रहा है। ऐसे में जनता द्वारा यही कयास लगाये जा रहे हैं कि अच्छी किस्म का अनाज रसुखदारों को बेच दिया जाता या फिर कालाबाजरी की जाती है। अब देखते है उक्त मामले को लेकर शासन-प्रशासन क्या कदम उठाता है।
जिम्मेदारों की सुनो-
चावल और गेहूं की गुणवत्ता सही, कौन बोलता है यह अनाज खराब है, उनका सेंपल हमारे पास रखा हुआ है और चावल खराब नहीं है।
– एमएसगामड, खाद्यान्न अधिकारी, मेघनगर
अभी आए गेहूं खराब है हम क्या करें। आगे से ही खराब आ रहे हैं।
– महेन्द्र सिंह हाड़ा, सेल्समैन
आगे से ही ऐसा अनाज आ रहा है तो हम क्या करें।
– रमेश नायक, सेल्समैन, काजलीडूंगरी
सभी जगह ऐसा आया तो हमारे यहां भी ऐसा ही है। क्या करे हम। – छतरसिंह असाड़ा, सेल्समैन, रंभापुर