आरक्षण ओर अधिकारों को लेकर ” जयस” का जंगी प्रदर्शन

- Advertisement -

झाबुआ Live डेस्क के लिऐ ” दिनेश वर्मा ” की EXCLUSIVE रिपोर्ट ।

Screenshot_2016-05-22-18-52-06

अनुसूचित जाति – जनजाति के आरक्षण , सेवाओं मे प्रमोशन के साथ साथ संवैधानिक अधिकारों की मांग करते हुऐ आज कई संगठनों के साथ मिलकर ” जय आदिवासी युवा शक्ति ( जयस ) ने झाबुआ मे विशाल शक्ति प्रदर्शन करते हुऐ पहले उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर जनसभा की फिर उसके बाद विशाल रैली शहर के प्रमुख चौराहों से होते हुऐ झाबुआ कलेक्टोरेट परिसर पहुंची जहां एसडीएम झाबुआ को कई मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया । इस आयोजन मे बडी संख्या मे समाज के अधिकारी एंव कर्मचारी भी शामिल हुऐ ।साथ ही आसपास के जिलों के साथ साथ प्रदेश स्तर के बडे जयस पदाधिकारी भी शामिल थे ।

Screenshot_2016-05-22-18-52-35

सभा ओर ज्ञापन मे ” जयस ” की ओर से जो प्रमुख मांगे देश कें जिम्मेदारों कें समक्ष रखी गई है वे 10 प्रमुख बिंदू इस प्रकार है ।

1)- मध्यप्रदेश अधिनियम क्रमांक 10 सन 2002 मध्यप्रदेश लोकसेवा ( st -sc – obc के लिऐ आरक्षण ) संशोधन अधिनियम 2002 पदोन्नति नियम यथावत रखा जाये एंव नवीन पदोन्नति अधिनियम 2016 को लोकसभा मे विशेष सत्र बुलाकर विधेयक पारित किया जाये ।

2)- 117 वां संविधान संशोधन बिल ( प्रमोशन मे आरक्षण ) राज्यसभा मे पारित होकर लोकसभा में लंबित है इसलिए लोकसभा का विशेष सत्र बुलवाकर  विधेयक पारित किया जाये ।

3)- आदिवासी बाहुल्य जिलों मे संविधान की ” 5 & 6 वी अनुसूची को अक्षरशः लागू किया जाये ।

4)- निजी क्षेत्र मे भी एसटी & एससी को आरक्षण देना सुनिश्चित किया जाये ।

5 )- अनुसूचित क्षेत्र मे ” पंचायत विस्तार अधिनियम यानी ” पेसा” कानून लागू किया जाये ।

6)- कक्षा 1 से लेकर 8 तक बच्चो को पास करने का नियम रद्द किया जाये ।

7)- समस्त विभागों मे खाली ” बैकलाग” पदों की भर्ती मध्यप्रदेश सरकार अतिशीघ्र करे ।

8)- आदिवासी जिलों मे टेंडर या ठेका पद्दति प्राथमिकता के आदिवासीयों को मिले यह सुनिश्चित किया जाये जैसे – पेट्रोल पंप , खनिज की खदाने , गैस एजेंसी आदि ।

9)-विश्व आदिवासी दिवस को शासकीय अवकाश घोषित किया जाये ।

10)- st – sc – obc की जनसंख्या अनुपात 76% है अंत उसी अनुसार आरक्षण हो अभी मात्र 24% सामान्य जाति के लिऐ 50% आरक्षण है यह व्यवस्था बदली जाये ।