आखिर क्यो बुरी तरह हारी सपा – बसपा ओर क्या रहे बीजेपी की बंपर जीत के ..पढिऐ यह 10 कारण

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चंद्रभान सिंह भदोरिया  ( लेखक टीवी पत्रकार है ओर यह लेख उनकी फैसबुक वाल से साभार लिया है ) 

वन मिनट प्लीज – तो इस कारण जीती BJP
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चंद्रभान सिंह भदोरिया @ 09425487490
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Cbsb.journalist1@gmail.com
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लीजिए साहब ..बेहद थकाऊ चुनाव अभियान के बाद आखिरकार यूपी चुनाव के परिणाम आ ही गये । बीजेपी ने नरेंद्र मोदी के चेहरे ओर काम के साथ अमित शाह की सोशल इंजीनियरिंग के सहारे असाधारण जीत हासिल की । अब मायावती खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे की तज॔ पर कपडे फाड़कर रह गयी ओर अखिलेश की अग्नि परीक्षा अब परिवार ओर पार्टी मे अब शुरु होगी ..चोधरी चरणसिंह का किला अब पूरी तरह से धराशायी माना जा सकता है जैसा कि रालोद का प्रदश॔न लोकसभा -2014 ओर विधानसभा- 2017 मे देखा गया । अब आते है आखिर ऐसा क्यो हुआ कि BJP 300+ पार हो गयी ! दरअसल मोटे मोटे तोर पर यह 10 प्रमूख कारण रहे जिसने BJP को असाधारण जीत दिलवा दी ।

यह रहे वह 10 कारण —

1)- मोदी ने 2014 मे ही यूपी के लोगों के दिल ओर दिमाग मे जगह बना ली थी ओर यूपी के मतदाताओं की राजनीतिक चेतना इतनी जबरदस्त होती है कि मतदाता जानते थे कि यूपी मे मोदी तभी खुलकर विकास गंगा बहा सकते है जब सूबे मे भी उनकी सरकार हो ओर मोदी ने अपने प्रचार अभियान मे अपनी इस विवशता को बख़ूबी मतदाताओं के सामने रखा ।

2)- यूपी या कहें देश के अधिकांश हिस्से मे मोदी विरोध मे राजनीतिक दल जमीनी हालातों को समझने से परहेज करते है चाहे नोटबंदी हो या jnu मे देश विरोधी नारेबाजी हो ; सिमी आतंकवादीयों का एनकाउंटर हो या रोहित वैमुल्ला मामला हो ..सभी मे जनमानस की भावनाओं से इतर विपक्षी दलों ने ऐसा राजनीतिक व्यवहार किया जिससे जनमानस मे यह संदेश गया कि सालों तक मोका मिलने पर खुद तो कुछ किया नहीं ओर कोई कुछ करें रहा है तो बस इसलिए विरोध कर रहे है कि बस विरोध करना है ।

3)- उत्तरप्रदेश मे समाजवादी पार्टी की पारिवारिक अंत॔कलह को लेकर मतदान के 6 महीने पहले से जो स्क्रिप्टीड ड्रामा चल रहा था उसे मतदाता समझ गया ओर अखिलेश खुद ” काम बोलता है ओर यूपी के लड़के ” के दंभी नारों ओर बताने के लिए एक्सप्रेस वे – गोमती रीवर फ्रंट मे उलझकर रह गये ओर बचा खुचा काम गधे वाला बयान देकर कर दिया ।

4)- मोदी जानते थे कि मुसलमान वोटों मे बंटवारे के बगैर उनकी जीत मुश्किल होगी इसलिए समय पर कब्रिस्तान ओर शमशान वाले बयान दिये गये ओर आंकड़े सामने रखकर दिये गये ओर ओवेसी को इसलिए उतारा गया कि भले 20% मे से वह 2 % मुस्लिम वोट काटे ओर रणनीति कामयाब रही । अमित शाह ने रणनीति पूव॔क मुस्लिम वोटरों को भ्रमित किया ..पहले 3 फैज मे वह अपनी असली लडाई सपा से बताते रहे ओर चोथे चरण से अमित शाह ने अपनी मुख्य लडाई बसपा से होना बताना शुरु किया नतीजा मुस्लिम वोटर भ्रमित हुआ ओर वोटों का विभाजन हो गया ।

5)- मोदी ओर अमित शाह ने सोशल इंजीनियरिंग शानदार ढंग से की थी ..यादवो के वोट थोडे बहुत काटने के लिए कुछ यादवो को टिकट दिया गया वहीं राजपाल यादव की पार्टी को भी यादव वोट काटने मे लगाया गया । इधर नान यादव ओबीसी जैसै पाल ; मोय॔ ; लोधी , कुर्मी ; कुशवाहा आदि को यह समझा कर अपने साथ लिया कि अभी तक ओबीसी बहुल सरकारों का लाभ सिर्फ ” यादव ” जाति को ही मिला है इसके अतिरिक्त नान जाटव दलितों का भी एक हिस्सा बीजेपी अपने साथ लाने मे कामयाब रही ..राजपूत – ब्राहम्ण ओर बनिया – लाला तो उसके साथ पहले ही हो चुके थे ।

6)- यूपी मे कानून व्यवस्था ओर सड़क- पानी – बिजली – बेरोजगारी जैसै मुद्दो से युवा परेशान है ओर अखिलेश बार बार एक्सप्रेस वे की बात कर उन ग्रामीण सडको पर चलते वाले यूपी की आम मतदाता को एक तरह से गाली देते थे जो गड्ढों ओर कुशाशन से परेशान था ।

7)- अपने ढाई साल के शाशन के दोरान मोदी ने 55 लाख महीलाओ को उज्ज्वला योजना मे घरेलू गैस कनेक्शन बांटे ओर लगभग 85% बिजली विहिन गांवों मे बिजली पहुंचाई ..जिससे सकारात्मक सकेंत मतदाताओं मे गया ओर इसका फायदा परिणामों मे झलका ।

8)- यूपी जीतने की तैयारी मोदी ने साल भर पहले से शुरु कर दी थी स्मरण करें बीएसपी से स्वामीप्रसाद मोय॔ से लेकर दज॔नो नेता लाये गये ।

9)- यूपी सहित देश भर मे एक आम अवधारणा बनी है कि कांग्रेस सहित विपक्षी दल सेकुलरवादी बातें करते करते यह दल एक लकीर पार कर जाते है जिससे यह संदेश जाता है कि कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दल ” हिंदु ओर राष्ट्रवाद ” विरोधी है इससे पोलराइजेशन हर चुनाव मे बीजेपी के पक्ष मे जा रहे ।

10 )- बहुत कम लोग यह मानेंगे लेकिन यह सच है कि 20 % मुस्लिमों मे से 2 % मुसलिमों ने भी बीजेपी को वोट दिया है आशंका है कि बुरके के भीतर से ” त्रिपल तलाक” के मुद्दे पर भी मोदी को वोट गया है ।।

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