अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में जहां तक शहीदों का खून गिरे उस जमीं को मत लौटाना को खूब मिली सराहना

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झाबुआ लाइव के लिए रायपुरिया से लवेश स्वर्णकार की रिपोर्ट-
मां भद्रकाली परमार्थिक ट्रस्ट के तत्वाधान में आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का बड़ी संख्या में श्रोताओं ने देरा रात तक कविताओं का लुत्फ उठाया। कवि सम्मेलन के मुख्य आकर्षण वीर रस के कवि जगदीश सोलंकी थे। इनके साथ कवि सम्मेलन में टुंडला आगरा से हास्य रस के कवि लटुरी लठ्ठ, धार से डॉ लोकेश जडिय़ा, पार्थ नवीन प्रतापगढ़, डॉ आराध्य ललितपुर, संजय खत्री बेटमा, अली हसन मकरेंदिया दिल्ली के साथ श्रृंगार रस की कवियत्री राशि पटेरिया ने भी शिकरत की। कवि सम्मेलन का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। सर्वप्रथम हास्य रस के संजय खत्री ने अपने उपर व्यंग्य करते हुए श्रोताओं की भरपूर तालिया बटोरी। गीतकार डॉ आराध्य ने कुछ अच्छे गीत सुनाये जहां हो दिल में समर्पण उसे ईमान कह देना को खूब सराहना मिली। झांसी से आयी कवियत्री राशि पटेरिया ने अपने मुक्त कां से समां बांध दिया तुम मुझे मिले तो ये तन चंदन हुआ सुनाकर युवाओं को वाह कहने पर मजबूुर कर दिया। थोड़े समय के लिए मंच पर एनटीपीसी के जेई कवि अली हसन मकरेंदिया द्वारा रामनवमी व राम को लेकर बहुत सुंदर रचना प्रस्तुत की गयी। उनकी कविता धर्म से पहले देश होना चाहिए, पर खूब तालिया बजी। पैरोडी किंग पार्थ नवीन ने अपनी पैराडियों से श्रोताओं को खूब हंसाया।
लटुरी लठ्ठ अपनी रचनाओं पर दाद बटोरी। कवि सम्मेलन के संयोजन ब्रजराजसिह ब्रज रतलाम ने शहीद हनुमान थप्पा की शहादत पर जोश से भरी कविता सुनाकर श्रोताओं को देशभक्ति से ओतप्रोत कर दिया। कवि सम्मेलन के अंत में कोटा से आये जगदीश सोलंकी को सुनने के लिए बड़ी संख्या में प्रबुद्ध श्रोता देर रात तक डटे रहे। सोलंकी ने अपनी कुछ नयी कविताओं के साथ मैं सरहद का एक सिपाही व अपनी सर्वश्रेष्ठ रचना तिरंगा सुनाकर लोगों को बांधे रखा। सोलंकी की बदनाम बस्ती व अन्य ख्यातनाम कविताओ की खूब मांग रही लेकिन स्वास्थ्यगत कारणों से वे उन्हें नहीं सुना सके। कवि सम्मेलन का संचालन धार के डॉ लोकेश जडिय़ा ने अपनी शैली में रचनाकारों से नोंक-झोंक करते हुए सफलता के साथ किया। कार्यक्रम के अंत में आमंत्रित कवियों का स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम में नगर व आसपास के क्षेत्र से हजारों की संख्या में प्रबुद्ध श्रोता देर रात तक उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में सर्वश्री प्रकाश कोटडिय़ा, सुनील भंडारी,दिनेश चैधरी, उंकारलाल पाटीदार, जयंतीलाल चौधरी, सरपंच सुखराम मैड़ा, उपसरपंच महेन्द्रप्रतापसिह राठौर व देवेन्द्र धोटे सहित अनेक कार्यकर्ताओं का सहयोग रहा।
फोटो-10 सम्मेलन के दौरान उपस्थित जनसुमदाय।