अंधविश्वास, डाकन प्रथा व जादू टोना पर पुलिस अधीक्षक का नवाचार, जन जाग्रति अभियान चलाकर ग्रामीणों को दे रहे समझाइश
अलीराजपुर लाइव के लिए अलीराजपुर ब्यूरो चीफ फिरोज खान (बबलू) की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट-
एसपी विपुल श्रीवास्तव ने जब से अलीराजपुर जिले का पदभार संभाला है तब से वे ग्रामीणों में फैली कुरीतियां, अंधविश्वास, डाकन प्रथा एवं जादू टोना को लेकर एक जन जाग्रति अभियान जिले में चला रखा है। एसपी विपुल श्रीवास्तव का नवाचार जिले की हर थाना-चौकी स्तर चलाया जा रहा है, तो वहीं महिला अपराध शाखा द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। यह कार्यक्रम जिले के सुदूर ग्रामीण अंचलों में चलाए जा रहे और इसके लिए बकायदा पुलिस ने पेम्पलेट्स भी तैयार किए जो जिले के शहरों, कस्बों के चौराहों के साथ-साथ ग्राम पंचायतों में यह पेम्पलेट्स चस्पा किए गए। मिशन सुप्रभात महिला अपराध शाखा ने इन पेम्पटे्स में ग्रामीणों को सावधान, सतर्क, सजग व सुरक्षित रहने की अपील के साथ इसमें लिखा कि किसी महिला को तांत्रिक विद्या का ज्ञान है या बड़वा को उस शंका है इस आधार पर महिला को डाकन न कहे, या ना ही उससे झगड़ा अथवा मारपीट करे। इसी के साथ विधवा, बांझ, अविवाहित, अधेड़, तलाकशुदा, अनाथ या लंबे, खुले बाल या लोटी वाले बाल रखने वाली महिला को डाकन या अपशकुनी न कहे, तो करंट लगने, बुखार आने, पेट की पथरी, शरीर पीला पड़े, टाइफाइड हो या सांपकाटे तो बड़वे के पास जादू-टोने वाली लकड़ी, मंत्राया पानी, चावल लड्डू न खाए और न ही जहर उतरवाएं, बल्कि इसके लिए तुरंत डॉक्टर के पास जाकर इलाज करवाए। ग्रामीणों को जाग्रत करने के लिए कुत्ता, उल्लू, भेडिय़ा, सियार की आवाज सुनकर मनगढ़ंत कहानियां न बनाए, यह प्राकृतिक प्रक्रिया है। साथ ही बच्चे आदि के गुम होने, लडक़ी का अपहरण होने पर बड़वे के पास दिशा लेने या अपहरणकर्ता का नाम पूछने न जाए, इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दे। बिजली गिरना, महामारी, वर्षा, भूकंप, बाढ़, सूखा, वृक्षपात आदि प्राकृतिक प्रक्रियाएं है इन्हें चुडैल-डाकन का प्रकोप न समझे, वही घर में गाय, भैंस कम दूध दे या सुस्त हो जाए तो इसको किसी भी डाकन का प्रकोप न समझे, वेटनरी डॉक्टर (पशु चिकित्सक) को दिखाए आदि अपील पुलिस ने जारी की है।