काशी विश्वनाथ की शाही सवारी निकाली

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thandla5 thandla 2 thandla 4थांदला – नगर की पवित्र पद्मावती तट पर संवत 1662 ई. मे शिव भक्त देवी अहिल्या बाई होल्कर द्वारा स्थापीत काशी विश्वानाथ महादेव मंदिर की शाही सवारी पुुष्पों की आकर्षक सज्जा के रथ मे विराजित कर काशी विश्वनाथ भक्त मंडल युवा रामायण मंडल नगर के सनातन धर्मावलंबी शिव भक्तो द्वारा निकाली गई। संवारी के आगे अश्वारोही प.कैलाश आचार्य व कैलाश सोनी रहे। सवांरी के मुख्य आकर्षण तोपो से पुष्प वर्षा, रामदल एवं बजरंग दल अखाडा, डीजे पर शिव तांडव, इंदोर के कलाकारो एवं गुजरात के कलाकारो द्वारा आकर्षक प्रस्तुति, अलीराजपुर का भगोरिया नृत्य, भूतों की टोली ,ढोल-ताशे रहे। नगर के सभी चोराहो पर कलाकारों द्वारा आकर्षक प्रस्तुति दी गई। युवा रामायण मंडल के सदस्य द्वारा रामायण मंडल के सस्थांपक सदस्य एवं संरक्षक स्व. कन्हैयालालजी शर्मा के फोटो के साथ रामायण प्रति प्रेेरणारथ के रुप मे सम्मीलीत कि गई। ।सवारी मंदीर परिसर से प्रारंभ होकर, शांति आश्रम, रामजी मंदिर, बोहरा बजार, गवली बाजार ,मठ वाला कुआ चोराहा जवाहर मांर्ग आजाद चोक, पिपली चोराहा, कुम्हार बाजार, गंाधी चोक , होती हुई पुन मंदीर पहुची। जंहा महाआरती एवं प्रसादी के पश्चात शोभा यात्रा की पुर्णाहुती हुई। श्रद्धालुओं द्वारा नगर मे जगह जगह पुष्प वर्षा कर पूजा अर्चना कर एवं गा्रमीणों द्वारा ऋतु फल चढाकर बाबा विश्वनाथ से नगर के कुशल मंगल की कामना की। शाही सवांरी मे पुजारी राजु गिरी,रोहीत बेरागी , भरत कसेरा, कपिल वैद्य, प्रतिक नागर ,धवल अरोरा, शुभम नागर, भूषण भट्ट, दिलीप कनेश, राजू सोनी चिराग चोहान, धार्मिक आचार्य, मनीष भट्ट ,अविनाष जैन ,सोहील शाहजी, गोपाल सोलंकी काशि विश्वनाथ भक्त मंडल के समस्त सदस्य गण एवं रामायण मंडल के सदस्यगण,जनप्रतिनिधी एवं बडी सख्यां मे नगर के श्रद्धालु उपस्थित रहे। नगर मे जगह जगह श्रद्धालुओं द्वारा जल सेवा भी कि गई।