नांदुरी तीर्थ (नानपुर) में 6 मई को होगा अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव

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नानपुर से जितेंद्र वाणी

मध्यप्रदेश के अलीराजपुर जिले के नानपुर में पुण्यसम्राट युगप्रभावक गुरुदेव श्रीमद् विजय जयन्तसेन सूरीश्वरजी महाराजा की पावन प्रेरणा से उनकी निश्रा में  प्राचीन तीर्थ की स्मृति के रुप में स्थापित नांदुरी तीर्थ में वैशाख शुक्ल पंचमी 6 मई को पुण्य सम्राट गुरुदेव श्री के पट्टधर गच्छाधिपति श्रीमद् विजय नित्यसेन सूरीश्वरजी महाराज आदि श्रमण श्रमणी भगवंतो की पावन निश्रा में अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव संपन्न होगा।

अंजनशलाका प्रतिष्ठा निमित्त 1 मई से पंचान्हिका महोत्सव प्रारंभ हुआ। जिसमें परमात्मा के पंच कल्याणक एवं पूजा भक्ति सहित विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। इस नव निर्मित तीर्थ का संपूर्ण निर्माण गुरुदेव श्रीमद् विजय जयन्तसेन सूरीश्वरजी महाराजा की पावन प्रेरणा से आलीराजपुर निवासी कन्हैयालाल जी के सुपुत्र कुंदनमल जी, जवाहरलालजी ,पौत्र कमलेशकुमार,सपनकुमार, पड़पौत्र कार्तीक एवं समस्त कन्हैयालाल लालचंदजी डुंगर गोत्र  (काकडीवाला ) परिवार की ओर से किया गया।  आलीराजपुर कुक्षी मार्ग पर नानपुर नगर समीप विशाल भूमि पर नव निर्मित तीर्थ में तीर्थ निर्माता कनैयालाल लालचंदजी डुंगर गोत्र (काकडीवाला) परिवार की ओर से श्री नेमीनाथ भगवान का भव्य जिनालय , श्रमण श्रमणी उपाश्रय, भोजनशाला, यात्रिक भवन आदि का निर्माण किया गया है। महोत्सव दरमियान वैशाख शुक्ल चतुर्थी 5 मई  को परमात्मा का दिक्षा कल्याणक एवं शोभायात्रा और साध्वी श्री जिनांगरसा श्री जी म.सा की बृहद दिक्षा सहित विभिन्न कार्यक्रम संपन्न होंगे।

 अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव का संपूर्ण लाभ तीर्थ निर्माता परिवार की ओर से लिया गया है। बताया जाता है मध्यप्रदेश के अलीराजपुर जिले  का नानपुर नगर चौदह वीं शताब्दी में नांदुरी नगर के नाम से सुप्रसिद्ध था, जिसमें परमात्मा श्री नेमीनाथ भगवान के जिनालय सहित बारह जिनालय एवं महामंत्री पेथड शाह के पुर्वजों के निवास सहित 2000 से अधिक जैन के निवास स्थान थे। वर्तमान में नानपुर नगर में 20 वीं शताब्दी का पार्श्वनाथ भगवान का एक जिनालय विद्यमान है।

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