झाबुआ लाइव के लिए दाहोद ब्यूरो चीफ राजेंद्र शर्मा की रिपोर्ट-
होली के त्योहार को ध्यान में रखते हुए रेलवे सुरक्षा बल के थाना प्रभारी सतीश कुमार के सूचना और मार्गदर्शन के अनुसार रेलवे सुरक्षा बल के अनुसार एएसआई सुरेश जाट तकरीबन रात के 2.30 बजे प्लेटफार्म नंबर दो पर पेट्रोलिंग पर निकले थे तभी उनकी नजर एक रोती हुई 10 वर्ष की बालिका पर पड़ी उसके बाद रेलवे सुरक्षा बल के जवान ने चौकी पर ले जाकर उस बालिका से प्रेम से पूछने पर उसने अपना नाम राधिका बताया तथा किसी गाड़ी छूट जाने के वजह से अपने परिवार से बिछड़ गई थी। ट्रेन में चढऩे के बाद उस बालिका के परिजनों को अपनी बच्ची बिछड़ जाने का मालूम होने पर उसकी तलाश करते हुए मेघनगर से दाहोद रेलवे सुरक्षा बल की चौकी पर आएं। उन्होंने अपना परिचय देते हुए बताया कि रेलवे सुरक्षा बल के जवान को मिली हुई बालिका इसका नाम राधिका वह उसके रिश्ते में मामा लगते हैं जो ग्राम लखाडा तहसील घटिया जिला उज्जैन मध्यप्रदेश के निवासी तथा उनके साथ उस बालिका की नानी मदद भाई राधिका एवं उनके पांच से सात परिजन के साथ गाड़ी संख्या 19165 साबरमती एक्सप्रेस से दाहोद से उज्जैन जा रहे थे तभी गाड़ी में भीड़ भाड होने की वजह से उसके परिजन गाड़ी में चढ़ गए थे तथा बालिका राधिका ट्रेन में न चढऩे के कारण दाहोद प्लेटफॉर्म पर ही रह गई थी। रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने जरूरी कागजी कार्रवाई एवं पंचनामा करके उस बालिका को अपने मामा एवं नानी को रेलवे सुरक्षा बल के जवानों की उपस्थिति में सुपूर्द किया।