वायरल बुखार चिकनगुनिया,ड़ेंगू का दौर,स्वास्थ्य विभाग नहीं करवा रहा जांच,ग्रामीण निजी अस्पतालों में इलाज करवाने को मजबूर

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 लवेश स्वर्णकार@ रायपुरिया

कोरोना संक्रमण के बाद अब क्षेत्र में वायरल बुखार का खतरा बढ़ गया है। निजी अस्पतालों में ऐसे लक्षण वाले मरीजों की संख्या में इजाफा होते देखा जा रहा ।ऐसे वाइरल बुखार में डेंगू,चिकनगुनिया के लक्षण वाले मरीज तेज बुखार के साथ शरीर पर लाल दाने जोड़ो में दर्द की शिकायत लेकर अस्पतालों में जा रहे है । रायपुरिया के अधिकांश घरों में इस तरह के लक्षण वाले बुखार के सेकड़ो मामले है सभी ग्रामीणजन अपने अपने स्तर पर निजी अस्पतालों में तो कोई बाहर जाकर इलाज ले रहे है लेकिन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से न तो ग्राम में अब तक कोई छिड़काव हुवा है और नही किसी तरह की जांचे की जा रही है ऐसे में ग्रामीणजन निजी दवाखानों पर जाकर उपचार लेने को मजबूर होते देखे जा सकते है। मच्छर जनित इन बीमारियों को रोकने के लिए कोई अभियान भी नही चल रहा है स्वास्थ्य विभाग की और से इसके बचाव के लिए कोई कदम भी नही उठाए जा रहे है जिससे यह वाइरल बुखार पैर पसार रहा है । मच्छरजनित इन बीमारियों का सीजन चल रहा है ऐसे में तमाम सवाल भी उठ रहे हैं। जाहिर है कि कोरोना के साथ मलेरिया और डेंगू की रोकथाम के उपाय भी बेहद जरूरी हैं।

*पंचायत की ओर से पूर्व में करवाया छिड़काव अब हुवा बेअसर*

गत दिनों ग्राम पंचायत ने अपने स्तर से ग्राम में दवाई का छिड़काव एसटीपी मशीन के जरिए करवाया था लेकिन अब उसका असर खत्म हो चुका है गौरतलब है ग्राम पंचायत ने समय समय पर ग्राम में दवाई का छिड़काव भी करवाया है ।

इनका कहना है

मामले में ब्लॉक मेडिकल आफ़िसर एमएल चोपड़ा का कहना है कि में संबंधित को बोलता हूं ।

ग्राम प्रधान सुखराम मेड़ा ने बताया कि हमने दवाई का छिड़काव करवाया हमारे स्तर पर भी स्वास्थ्य विभाग को अवगत करवाया है ग्राम में वायरल बुखार को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग की और से मुहिम चलाने की आवश्यकता है जिसमे ग्राम पंचायत से जो मदद की आवश्यता होगी हम तैयार है ।

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