100 से अधिक ढोल रहेंगे भगोरिया के विशेष आकर्षण का केंद्र

May

झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-
थांदला मे होने वाले भगोरिये में इस वर्ष दिखेगा नया रंगए विधायक व अन्य जुटे विशेष तैयारियों में, जनजाति क्षेत्र में परंपरागत सांस्कृतिक पर्व फाग माह के पखवाड़ा का भगोरिया पर्व अतिउत्साह से मनाया जाता रहा है जिसमें विभिन्न जनजातियां अपने विशेष तौर तरीके का प्रतिबिंब सामूहिक नृत्य, ढोल-मांदल, आदिवासी गरबा, व परिवेश एक विशेष महत्व लिए इन हाट बाजार में रखते हैं। झाबुआ-अलीराजपुर के साथ-साथ क्षेत्र में स्थानीय हाट में भी भगोरिये का रंग चढ़ता नजर आता है। थान्दला विधायक कलसिंह भाबर से सांस्कृतिक पर्व व भगोरिये को लेकर खास बातचीत में बताया कि थान्दला का भगोरिया एतिहासिक ख्याति दर्जा प्राप्त करने जा रहा है जिसमें जनजातीय सांस्कृतिक संगीत, नृत्य टोली, 100 से भी अधिक संख्या में ढोल के शामिल होने की संभावना है। वही सांस्कृतिक पर्व की विभिन्न झलकियां निकलने वाली गैर के माध्यम से देखने को मिलेगी। साथ ही विधायक भाबर ने समस्त समाजसेवी, जनप्रतिनिधि, युवा वर्ग, मातृशक्ति व मीडिया कर्मियों पधारने व सफल बनाने का आग्रह किया एवं विशेष आग्रह सभी से किया है जिनके कारण थान्दला का एतिहासिक भगोरिया अपनी थान्दला की धरा से विशेष पहचान बनाने जा रहा है।