सरकारी योजनाओं का धरातल पर लाभ आत्मनिर्भर बन रहे ग्रामीण मजदूर

May

भूपेंद्र बरमंडलिया, मेघनगर

 मध्यप्रदेश सरकार ने महात्मा गांधी रोज़गार गारंटी योजना में पूरे देश में सबसे अधिक मज़दूरों को काम देने का दावा किया है। साथ ही मेघनगर विकासखंड की ग्राम पंचायत राम्भापुर में मज़दूरो को 190 रुपये प्रतिनदिन के हिसाब से 100 दिनों का कार्य मनरेगा, कपिलधारा एवं अन्य योजना के तहत मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाते हुए कार्य करवाया जा रहा है। मनरेगा रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत तालाब का निर्माण किया जा रहा है जिसकी लागत ग्यारह लाख रुपए है एवं इसकी इजेंसी ग्राम पंचायत रभापुर के माध्यम से हो रही है यह 12/05/2020 से प्रारंभ हो गया है। जिसके प्रारम्भ में मजदूरों की संख्या 35 एवं आज शनिवार को देखने पर मजदूर की संख्या 190 है जिसमें पुरुष 80 एवं महिला 110 कार्य कर रही है जिससे प्रतीत होता है कि महिला सशक्तिकण आज भी विद्यमान है इस तालाब के कार्य के समय 9 बजे से लगातार 5 बजे तक किया जा रहा है जिसमें दोपहर 1 से 2 बजे तक भोजन अपने अपने घर से सुबह से ही लाकर करते है । तालाब का निर्माण जुनी रंभापुर जिसमें घरों कि संख्या 110 अधिक निवास रत हे नए तालाब का निर्माण होने से यहां पर सिंचाई योजना को लाभ एवं आस पास के क्षेत्र सिंचित होने से यहां के रहवासियों को कृषि में लाभ मिलेगा । यह मजदूर गेती पावडे, एवं तगारे जो मजदूर अपने घर से लेकर आते है एवं खनन कर तालाब की पाल बनाकर यह कार्य कर रहे है उन्हीं मजदूरों में से दस मजदूर हैंडपंप से पानी लाकर दूसरे मजदूरी की प्यास बुझाते हे एवं इस कार्य में सरपंच सचिव व रोजगार सहायक की अहम भूमिका है एवं प्रतिदिन हाजरी का लेखा जोखा पंचायत रख रही है एवं प्रतिदिन की मजदूरी 190 रुपए हे जाब कार्ड के माध्यम से इन मजदूरों को मजदूरी पर रखा गया है यह रुपया मनरेगा से निकलेगा तो इनको मजदूरी प्रदान की जाएगी !

मजदूरों की कहानी

1. राकेश खराड़ी ने कहा कि हम विरम ग्राम (गुजरात) इंडिया कम्पनी में काम कर रहै थे! कम्पनी बन्द हो गई गांव आ गए!यह मजदूरी कम है लेकिन घर का महोल मिलने से अच्छा लग रहा है! वहा कंपनी में 600 प्रतिदिन मिलते थे यहां 190 दिए जा रहे है पैसे जरूर काम है पर हम संतुष्ट है

2. श्रीमती सुरता सिंगारिया ने बताया में अंकलेश्वर में काम कर रही थी वहां पर मिस्त्री के साथ मजदूरी करती थी वहां मुझे 300 रुपए प्रतिदिन मजदूरी मिलती थी यहा पर 190 मिल रहे है पर में परिवार के साथ हु तो यह काफी है

जिम्मेदार बोले

11 लाख की लागत से नया तालाब बनाया जा रहा है इसके निर्माण में कम से कम एक या डेढ़ महीने का समय लगेगा मजदूरों की संख्या बढ़ रही है काम मे तेजी आई है
राजेश वाघेला उप यंत्री जनपद पंचायत मेघनगर

बाबू गणावा सरपंच रंभापुर ग्रमीणों को मजदूरी गांव में ही मिल रही है उन्हें अन्यत्र भटकना नही पड़ेगी! सभी को जॉब कार्ड के आधार पर काम मिले ! इस तालाब का निर्माण काम भी अच्छा होगा है