सफलता प्राप्त करने के लिए आत्म निर्भर होना जरूरी : आईजी श्रीवास्तव

May

img-20161018-wa0039 अलीराजपुर लाइव के लिए आम्बुआ से बृजेश खंडेलवाल की रिपोर्ट-
देश में वर्तमान में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को देखते है तो स्थिति ठीक नही हैं। सन् 2009 में महिलाओं पर अत्याचार का आंकड़ा 1 लाख 94 हजार था जो छह वर्ष बाद सन् 2015 में यह आंकड़ा बढ़कर 3 लाख 26 हजार तक पहुंच गया है। इस परिस्थिति को मद्देनजर देश में महिलाओं पर हो रहे अपराध पर अंकुश लगाने के लिए दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यालय खोला गया है, उसी कि शाखा आज देश के हर जिले में चल रही है। हमें अपराध कर रहे अपराधी के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। इन सभी के लिए आपको आत्म विश्वास बढ़ाने की जरूरत है। यह बात महिला अपराध शाखा इंदौर-उज्जैन झोन के आईजी रघुवीर प्रसाद श्रीवास्तव ने स्थानीय हायर सेकंडरी स्कूल कुल मे उपस्थित आम्बुआ .बोरझाड़ की सेकड़ो बालिकाओ से कही। कार्यक्रम स्कूल मे महिला सेल इंदौर की डीएसपी प्राची द्विवेदी ने कहा कि हम महिलाओं पर लगातार अपराध बढ रहे है फिर भी हम चुप बैठे है। अब हमे अपराधियों पर लगाने अंकुश लगाने के लिये आगे आने की आवश्यकता है। हम अभी तक विभिन्न माध्यम से 65 हजार बालिकाओं से रूबरू होकर आत्मरक्षा के गुर सिखा चुके हैं। शासन भी बढ़ रहे अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पिछले साल बाल दिवस पर विशेष कानुन बनाया गया है कि अगर कोई मनचला आपको घुरकर देखता है या छेड़ता है तो आप उसके खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करवाए, ऐसे अपराध पर उसे 3 से 5 साल की सजा का प्रावधान है जिससे वह सबक सीख लेगा। इस पर डीएसपी अपराध शाखा अलीराजपुर के घनश्याम बामनिया ने अपनी आदिवासी भाषा बालिका को बताया कि अपराध घटित होने पर भी हम चुप रहते है तो हम भी अपराधी की श्रेणी मे आती हो हमे घटित घटना के बारे मे अपने परिवार के सदस्यों को बताये और साथ ही समीप थाने पर जाकर अपराध पंजीबद्ध करवाए, ऐसा करने पर अपराध पर स्वत: अंकुश लग जाएगा। कार्यक्रम के मध्य मे इंदौर से आये सिविल इंजीनियर अलीश खान जुड़ो कराते चैम्पियन ने आत्मरक्षा के सभी गुर सिखाया, जिसे बालिकाओं ने सराहा एवं अपने आप को मजबूत बनाने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम को टीआई शर्मिला चौहान, प्राचार्य नरेन्द्र भारद्वाज, अशोक बुधवंत आदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम मे पत्रकार बृजेश खंडेलवाल, बोरझाड़ कन्या हायर सेकंडरी स्कूल का स्टाफ समेत बालिकाएं मौजूद थी। इस कार्यक्रम को सफल बनाने मे थाना प्रभारी शंकरसिंह जमरा सहित पुलिस स्टाफ, स्कूल संस्थान का भी सराहनीय सहयोग रहा। कार्यक्रम संचालन फिरोज सागर खट्टाली एवं आभार प्रदर्शन आशीष भावसार ने माना।